मुस्लिम लीडरो की वज़ीर ए आज़म से खरी-खरी

उत्तर प्रदेश में फिर्कावाराना दंगों के थमने के बाद अब मरकज़ी हुकूमत और कांग्रेस ने मुसलमानो के जख्मों पर सियासी मरहम लगाने की कवायद तेज की है। इस कड़ी में कांग्रेस सदर सोनिया गांधी व नायब सदर राहुल गांधी के साथ मुजफ्फरनगर के दौरे से लौटे वज़ीर ए आज़म मनमोहन सिंह ने अपने रिहायशगाह वाकेय् रेसकोर्स में मुस्लिम लीडरों से भी मुलाकात की। इसमें मुस्लिम लीडरों ने पीएम को खरी-खरी सुनाई और कहा कि फिर्कावाराना दंगों को दहशतगर्द के बराबर जुर्म मानते हुए फौरन आर्डिनेंस लाया जाए। साथ ही पूरे मुल्क में दंगों का खदशा जताते हुए बिना नाम लिए बीजेपी पर फिर्कावाराना माहौल खराब करने का इल्ज़ाम भी लगाया।

करीब 50 मिनट चली इस बैठक में वज़ीर ए आज़म ज्यादा कुछ नहीं बोले और उन्होंने सबकी बात पूरे ध्यान से सुनी। उन्होंने सिर्फ इतना कहा ‘हम चाहते हैं कि मुल्क का हर इंसान महफूज रहे। इसके लिए जो कुछ हो सकता है, वह हम करेंगे।’ हालांकि, वज़ीर ए आज़म से मुलाकात के बाद भी वफद ज़्यादा मुतमईन नजर नहीं आया। मुस्लिम लीडरो का कहना था कि उन्होंने अपनी बात वज़ीर ए आज़म से कह दी है कि खातियों को जल्दी सजा दी जाए। साथ ही सिर्फ बात उत्तर प्रदेश की नहीं, बल्कि पूरे मुल्क की है। पूरे मुल्क में फसाद हो रहे हैं और एक खास पार्टी इसको हवा दे रही है।

मुस्लिम लीडरो ने फिर्कावाराना दंगे को दहशतगर्दाना जैसा ही खतरनाक करार दिया। उन्होंने फिर्कावाराना दंगे के रोकथाम बिल को पार्लियामेंट के सरमायी इजलास में पास कराने और उससे पहले हालात को देखते हुए आर्डिनेंस लाने की मांग की। उनकी एक और बड़ी शिकायत थी कि मुजफ्फरनगर दंगा के मुतास्सिरो‍, को राहत कैंप में न तो मरकज़ और न ही रियासती हुकूमत ही मदद कर रही है।
उन्होंने मांग की कि फसाद में जिला इंतेज़ामिया और रियासती हुकूमत की जिम्मेदारी मुकर्रर की जाए और दंगों से मुतास्सिर लोगों का मुआवजा तय हो और उनके घरो की तामीर की भी यकीनी की जाए। मुस्लिम लीडर 19 सितंबर को इस मुद्दे पर एक बड़ी बैठक करने जा रहे हैं, जिसमें गैरसरकारी, गैरमुस्लिम और मुस्लिम तंज़ीम भी शिरकत करेंगे।

वज़ीर ए आज़म से मिलने वालों में जमीयत उलेमा-ए-हिंद से मौलाना महमूद मदनी, जमात-ए-इस्लामी से मौलाना जलालुद्दीन उमरी, मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड से कमाल फारुखी, मुसलिम मजलिस-ए-मुशावरत से डॉ. जफरुल इसलाम, जमीयत अहल-ए-हदीस से मौलाना असगर इमाम सल्फी, मुसलिम पालिटिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से डॉ. तसलीम रहमानी वगैरह शामिल थे।

शिया मज़हब के मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि कांग्रेस ने मुसलमानों का सबसे ज्यादा नुकसान किया है। मुसलमान दुनिया भर में निशाने पर हैं। यमन, सीरिया, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में मुसलमान-मुसलमान को मार रहा है। अब वक्त आ गया कि शिया और सुन्नी दोनों तबके एकजुट होकर मज़हब, अल्लाह और मस्जिद के लिए इत्तेहाद करें। सियासी पार्टियों ने अपने फायदे के लिए मुसलमानों को लड़ाया है।

मौलाना दिल्ली के महरौली वाकेय् गौसिया मस्जिद को शहीद करने की मुखालिफत में सोनिया गांधी के पार्लीमानी इलाके में पीर के दिन मुनाकिद रोड शो में हिस्सा लेने आए थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अगर दंगे न रुके तो सपा हुकुमत को हटा दिया जाएगा।