मुस्लिम लड़की , 5 माह तक बैत उल-ख़ला में बंद

काबुल २९ दिसम्बर: (एजैंसीज़) अफ़्ग़ानिस्तान की पुलिस ने एक नौजवान लड़की को 5 माह बाद बैत उल-ख़ला से बचा लिया। ससुराली रिश्तेदारों ने उसे ज़िद-ओ-कूब करके बैत उल-ख़ला में बंद कर दिया था, क्योंकि इस ने फ़हाशा गिरी से इनकार कर दिया था।

15 साला साहिर गुल, शुमाली मशरिक़ी बक़लान सूबा में अपने शौहर के मकान के तहा ख़ाने में पाई गई। इस लड़की के वालदैन ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी कि इन की लड़की कई माह से लापता है। उसे ससुराली रिश्तेदारों ने बुरी तरह ज़द्द-ओ-कूब किया था और उंगलीयों के नाख़ुन भी निकाले इस का हाथ तोड़ दिया गया। ज़िला पुलिस सरबराह फ़ाज़िल रहमान ने ए एफ़ पी को बताया कि इस लड़की की सास के बिशमोल 3 ख़वातीन को गिरफ़्तार कर लिया गया। शौहर फ़रार है।

अफ़्ग़ानिस्तान में ख़वातीन पर मज़ालिम का सिलसिला जारी है। कई बिलीयन अमरीकी डालर बैन-उल-अक़वामी इमदाद के बावजूद ख़वातीन ज़ुलम का शिकार हैं। 15 साला लड़की को शदीद ज़ख़मी और सदमा की हालत में दवाख़ाना में शरीक किया गया। इस के हाथों, पैरों और चेहरे पर ज़ख़मों के निशान हैं । इस का बायां हाथ निकाल दिया गया है। साहिर गुल की 7 माह क़बल शादी हुई थी।