मुस्लिम ‘शरिया’ कानून के हिसाब से चलने वाली एयरलाइन को उड़ान भरने से रोका गया

शरिया नियमों का पालन करने वाली मलेशिया की रायानी एयर को नियमों को तोड़ने के इल्जाम में उड़ान भरने से रोक दिया गया है. नागरिक उड्डयन विभाग ने कहा है कि रायानी एयर की सुरक्षा ऑडिट और प्रशासनिक मामलों को देखते हुए उसका प्रमाण पत्र वापस ले लिया गया है.इस विमान को शुरू करने का ऐलान पिछले साल दिसंबर में किया गया था. इसमें केवल हलाल खाना ही देने की बात की गई थी, न ही इसमें शराब परोसी जानी थी. इसके क्रू के सदस्य शालीन कपड़े पहनते हैं.
रायानी एयर के बेड़े में दो बोइंग 737 विमान शामिल हैं. इसमें 180 यात्रियों, आठ पायलटों और क्रू के 50 सदस्यों को ढोने की क्षमता है.

डीसीए ने सोमवार को कहा कि रायानी एयर अब व्यावसायिक एयरलाइन की तरह सेवाएं नहीं दे पाएगा. फ्लाइट के नियमों का पालन नहीं करने की वजह से इस एयरलाइन को तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया गया था. इसके ऑपरेशन का मूल्यांकन के लिए बाद में एक सुरक्षा ऑडिट कराई गई. मलेशिया के एविएशन आयोग ने एक बयान में कहा है, ”इस एयरलाइन ने एयर सर्विस लाइसेंस (एएसएल) की शर्तों का उल्लंघन किया और इसमें एक व्यावसायिक एयरलाइन की तरह काम करने की आर्थिक और प्रबंधन क्षमता की कमी है.”
डीसीए ने कहा है कि उसने सुरक्षा ऑडिट पर एयरलाइन की प्रतिक्रिया पर विस्तृत विचार-विमर्श किया. रायानी एयर राजधानी क्वालालंपुर और कोटा बारू के बीच सेवाएं दे रही थी. ख़बरों में कहा गया है कि कंपनी ने हज और उमरा के लिए मक्का के लिए सेवाएं शुरू करने की योजना बनाई थी.
रायानी एयर मलेशिया की पहली ऐसी एयरलाइन थी, जो शरिया का पालन करती है. दिलचस्प बात यह है कि इस एयरलाइन को हिंदू दंपति रवि अलगेंद्रन और कार्थियानी गोविंदन ने शुरू किया था.