मुस्लिम संगठनों की ‘महारैली’, करीब तीन लाख मुस्लिमों के इकट्ठे होने की संभावना

तीन तलाक जैसी प्रथा पर रोक लग जाने के बाद नाराज मुस्लिम पर्सनल बोर्ड ने केंद्र सरकार के खिलाफ मौर्चा खोलने की तैयारी कर ली है। इस्लाम समुदाय के बड़े संगठनों ने पटना में बड़ी रैली के आयोजन का फैसला लिया है, जिसमें करीब तीन लाख मुस्लिमों के इकट्ठे होने की संभावना है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मुस्लिम संगठनों का मानना है कि इस्लाम खतरे में है और इसे बचाने के लिए मुस्लिमों को साथ आना पड़ेगा।

इसका आयोजन 15 अप्रैल को पटना के गांधी मैदान में किया जा रहा है। इमारत शरिया की अगुवाई में हो रही रैली का मुख्य उद्देश्य ‘दीन यानी धर्म बचाओ, देश बचाओ’ रखा गया है। इसमें बिहार ही नहीं झारखंड और ओडिशा से भी लोग आने वाले हैं।

मुस्लिम बोर्ड के सदस्य ने सीधे तौर पर कहा है कि बीजेपी को वे चार साल से देख रहे हैं कि शायद वे सत्ता चलाने सीख लें, लेकिन ऐसा होता नहीं दिखा रहा है। हमारे धर्म के निजी कानूनों के साथ खेला जा रहा है। हम देश के हर नागरिक को बताना चाहते हैं कि मुस्लिम धर्म खतरे में है।

वहीं शरीया के सदस्य का कहना है कि हम मुख्यत मुस्लिमों को संदेश देना चाहते हैं कि वे अब नही जागे तो बहुत देर हो जाएगा। बीजेपी और आरएसएस और भी कई तरह के बदलाव मुस्लिमों पर थोपना चाहती हैं, इसलिए इसके खिलाफ इकट्ठा होना होगा। वे तीन तलाक और अजान के लिए लाउड स्पीकर पर कदम उठा चुके हैं और इनकी लिस्ट बहुत बड़ी है।

इमारत शरीया के जनरल सेक्रेटरी मौलाना अनिसुर रहमान कासमी का कहना है कि इस रैली के पीछे किसी विपक्षी पार्टी का हाथ नहीं है। हां, विपक्ष के नेता इस रैली में मौजूद हो सकते हैं, लेकिन अब समय है कि हम बोलेंगे और राजनीतिक पार्टी के नेता सुनेंगे।