मुस्लिम सॉफ्टवेयर इंजीनियर पर हिंदू तंज़ीम के अरकान का हमला और क़त्ल

इंतहापसंद हिंदू तंज़ीम के अरकान ने मुबय्यना तौर पर एक नौजवान मुस्लिम आई टी प्रोफेशनल को शदीद ज़द-ओ-कोब करके हलाक करदिया।

फेसबुक पर शिवजी और बाल ठाकरे की तौहीन आमेज़ तसावीर अपलोड करने पर ये कार्रवाई की गई जिस से शहर पुने में फ़िर्कावाराना कशीदगी पैदा होगई।

पुलिस ने मुतवफ़्फ़ी मुस्लिम नौजवान की शेख मुहसिन सादिक़ की हैसियत से शिनाख़्त की है जो शोलापुर से ताल्लुक़ रखते थे। ये नौजवान पुने की एक ख़ानगी आई टी कंपनी में आई टी मनेजर की हैसियत से काम कररहा था।

पुलिस ने बताया कि इस नौजवान पर हमला करने वाले 7 अफ़राद की उमरें 19 और 24 साल के दरमियान है ,उन्हें गिरफ़्तार करलिया गया है , इन का हिंदू राष़्ट्रा सेना हिंदू इंतहापसंद तंज़ीम से ताल्लुक़ है।

क्राईम ब्रांच ने हिंदू राष़्ट्रा सेना सरबराह धनंजय देसाई को भी पूछगिछ के लिए तलब करलिया था बादअज़ां उन्हें भी क़बल अज़ीं के एक केस के सिलसिले में गिरफ़्तार किया गया।

पुने कंटोनमेंट पुलिस स्टेशन में उनके ख़िलाफ़ इस साल मार्च में काबिले एतेराज़ पमफ़्लेटस की तक़सीम से मुताल्लिक़ केस दर्ज है। पुलिस ने बताया कि शेख मुहसिन सादिक़ को बंकर कॉलोनी हद पिसर में करीबी मस्जिद में नमाज़ इशा अदा करने के बाद फ़य्याज़ नामी दोस्त के साथ घर वापसी के दौरान ज़द्द-ओ-कूब करके हलाक किया गया।

रियाज़ ने इल्ज़ाम आइद किया कि मुहसिन को इस लिए निशाना बनाया गया क्युंकि वो टोपी पहने हुए थे और उन्हें दाढ़ी भी है। में इस हमले के बाद वहां से भाग खड़ा हुआ और उनके भाई मुबीन को तलब करलिया ताकि मुहसिन की मदद की जा सके ताहम मुबीन के आने तक मुहसिन को बुरी तरह ज़द्द-ओ-कूब किया गया था और हमला आवर वहां से जा चुके थे। पुलिस टीम भी मुक़ाम पर फ़ौरी पहूंच गई लेकिन हमला आवर वहां से अपनी मोटर साइकिल और लक्कड़ी की लाठियां छोड़कर फ़रार होगए थे।

पुलिस ने 3 मोटर साइकिलें ज़बत करलीं और उनके नंबर प्लेट्स से हमला आवरों की शिनाख़्त करली गई और उन्हें मंगल के दिन गिरफ़्तार किया गया।

मुहसिन को एक ख़ानगी दवाख़ाना में शरीक किया गया जहां एक बजे दिन उन का इंतेक़ाल होगया। डिप्टी कमिशनर पुलिस ( ज़ोन IV ) मनोज पाटल ने कहा कि तमाम 7 मुल्ज़िमीन हिंदू राष़्ट्रा सेना से ताल्लुक़ रखते हैं। ताहम उनकी गिरफ़्तारी से पहले हिंदू राष़्ट्रा सेना सरबराह देसाई ने बताया कि उनकी तंज़ीम इस क़त्ल में शामिल नहीं है।

हम समझते हैंके तौहीन आमेज़ तसावीर गशत कराना एक साइबर जुर्म है लेकिन मासूम अफ़राद का क़त्ल करके मसला हल नहीं किया जा सकता। हम ने बेक़सूर अफ़राद पर हमला करने का कोई मंसूबा नहीं बनाया है। हमारी शाख़ें मुल्क भर में हैं इस तरह हमारे कारकुन तशद्दुद में शामिल नहीं हैं।

फेसबुक पर तौहीन आमेज़ तसावीर जारी करने पर हिंदू तनज़॒मों के कारकुनों और सियासी तनज़ीमों ने शहर में एहतेजाज करते हुए तशद्दुद बरपा किया है जिस में ज़ाइदाज़ 200 बसें ,5 ख़ानगी गाड़ियों को नुक़्सान पहोनचएआ गया। आतिशज़नी और संगबारी के वाक़ियात भी हुए हैं। पुलिस ने सूरत-ए-हाल को क़ाबू में करते हुए मुहल्ला की पीस कमेटियों के अरकान को तलब किया और मुसलमानों । हिन्दू में सुलह करा दी है।