मुस्लिम ख़वातीन की शिकायात सुनने ख़वातीन की शरई अदालत क़ायम

सिर्फ़ ख़वातीन वाली एक शरई अदालत ने मुस्लिम ख़वातीन की शिकायात से निमटने के मक़सद के साथ इस शहर में काम काज शुरू कर दिया है। भारतीय मुस्लिम महिला इंदू लिन (बी ऐम एम ए) की तरफ‌ से तशकील करदा यहां की अव्वलीन सिर्फ़ ख़वातीन वाली शरई अदालत फ़ैमिली के मुख़्तलिफ़ मसाइल से निमटेगी, जिन में अज़दवाजी नाचाक़ी, तलाक़ के साथ साथ जायदाद से मुताल्लिक़ तनाज़आत शामिल हैं।

इस अदालत की पुणे ब्रांच जो चहारशंबे को शुरू हुई, उसकी सदर सईदा जमादार ने कहा, हम मुस्लिम कम्यूनिटी में ख़वातीन को इन्साफ़ रसानी के लिए क़ुरआन के अहकाम की मुताबिक़त में काम करेंगे, जो मर्द-ओ-ख़वातीन दोनों को मुसावी हुक़ूक़ अता करते हैं। ताहम दरहक़ीक़त, ख़वातीन के ख़िलाफ़ सिर्फ़ मर्दों वाली अदालतें अक्सर इमतियाज़ बरता करती हैं, जो रिवायती तौर पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड चलाता है।

सईदा और उनके साथ ज़ुबेदा ख़ातून बी ऐम एम ए की महाराष्ट्र कन्वीनर, नई अदालत की दो जज वाली बेंच पर होंगी, जिसे अदालती निज़ाम में मुतबादिल तनाज़ा यकसूई मेकानिज़म के हिस्से के तौर पर देखा जाता है। बी ऐम एम ए इक़दाम की वज़ाहत करते हुए जो मुस्लिम ख़वातीन के काज़ की ताईद करता है, सईदा ने कहा कि पुणे कोर्ट की आर्गेनाईज़ेशन की जानिब से तशकील हिन्दुस्तान के तीन दीगर शहरों में इसी तरह की मसाई पर हौसलाअफ़्ज़ा रद्द-ए-अमल के पेशे नज़र हुई है।

ये निशानदेही करते हुए कि मुस्लिम ख़वातीन को मुतल्लक़ा होने पर नाक़ाबिल बयान मसाइब का शिकार बनाया जाता है, उन्होंने कहा, अगर क़ुरआन ने मर्द-ओ-ख़वातीन दोनों को मुसावी हुक़ूक़ दिए हैं तो क्यों ख़वातीन को हमेशा इमतियाज़ भुगतना चाहिए जो मर्दों के ग़लबा वाली शरई अदालतें अक्सर करती हैं, और जो अज़दवाजी तनाज़े में जांबदाराना मौक़िफ़ इख़तियार करते हैं। उन्होंने दुहराया कि बी ऐम एम ए अदालतों का मक़सद रहेगा कि मुस्लिम ख़वातीन के लिए इन्साफ़ रसानी मर्दों के ख़िलाफ़ कोई जांबदारी के बगै़र होजाए, जबकि मर्दों का भी इस के फ़ोर्म से रुजू पर खैरमक़दम है।

सईदा ने कहा कि ऐसी मिसालें हैं कि मुफ़्ती साहिबान ने माम‌ले की यकसूई मुताल्लिक़ा ख़ातून को तलब किए बगै़र ही करदी। सईदा ने जो शहर में टीचर हैं, कहा कि इस नई मसाई के अलावा बी ऐम एम ए मुस्लिम ख़वातीन में उनके हुक़ूक़ जायदाद के ताल्लुक़ से बेदारी पैदा करने के लिए भी काम कर रहा है।