जनाब मुहम्मद अंसारी असिसटेन्ट प्रोफेसर का आर्ट्स कॉलेज उस्मानिया यूनीवर्सिटी में सदर शोबा लिसानियात तक़र्रुर अमल में आया है । उस्मानिया यूनीवर्सिटी की तारीख में पिछले पच्चास साल में ये पहला मौक़ा है कि एक मुस्लिम माहिरे तालीम को इस ओहदा पर तरक़्क़ी दी गई । जनाब मुहम्मद अंसारी डायरेक्टर माइनॉरिटी सेल की हैसियत से भी नुमायां ख़िदमात अंजाम दे रहे हैं।
इस के इलावा मौसूफ़ तक़रीबन दस साल से रज़ाकाराना तंज़ीम माइनॉरिटी राईट्स प्रोटेक्शन कमेटी के सदर की हैसियत से भी अक़लीयती मसाइल के हल के लिए मुसलसल मसरूफ़ कार हैं और गरीब और मुतवस्सित तबक़ात के तलबा तालिबात की आला जमातों में दाख़िलों में कौंसलिंग के वक़्त रहनुमाई और रहबरी का फ़रीज़ा अंजाम दे रहे हैं।
मौसूफ़ की उन्हें ख़िदमात और सर्विस सीनियरिटी के पेश नज़र वाइस चांसलर उस्मानिया यूनीवर्सिटी प्रोफेसर सत्य नारायना ने उन्हें सदर शोबा लिसानियात मुक़र्रर किया है । जिस का रियासत भर की अक़लीयतों में ख़ुशी और मुसर्रत का इज़हार किया जा रहा है ।