मुहम्मद अली के गलौज़ 836,500 डॉलर्स में फ़रोख्त

नामवर‌ बॉक्सर मुहम्मद अली किले के वो गलौज़ जो उन्होंने सोनी लस्टन को मात देते हुए अपना पहला हैवी वेट वर्ल्ड ख़िताब जीतने के वक़्त पहने थे 836,500 डॉलर्स में फ़रोखख्त हुए हैं।

इस सिलसिले में हफ़्ते को यहां एक निलामी हुआ था और पच्चास साल बाद ये गलौज़ इतनी भारी कीमत पर फ़रोख्त किए गए हैं। ये गलौज़ हैरीटेज ऑक्शंस के स्पोर्टस पलाटेनम नाईट ऑक्शन में रखे गए थे और उसकी कीमत वेब साईट पर फ़राहम की गई थी। ख़रीदार का नाम ज़ाहिर नहीं किया गया है।

ये गलौज़ नौजवान मुहम्मद अली किले ने पहने थे और इस कामयाबी के बाद उनका कैरियर इंतिहाई उरूज पर पहूंच गया था और वो सारी दुनिया में पसंदीदा शख्सियत बन गए थे। किले ने 1960 के रुम ओलम्पिकस में गोल्ड मेडल जीता था और मियामी में चार साल बाद हुए मुक़ाबलों में उन्हें इंतिहाई मक़बूल समझे जाने वाले लस्टन से सख़्त तरीन मुक़ाबला था।

लस्टन फ़लाएड पीटरसन के ख़िलाफ़ मुसलसल कामयाबियों के साथ यहां आए थे। ताहम किले के मुक़ाबले में वो कामयाब नहीं होसके थे । 25 फ़रव‌री 1964 को किले ने लल्टन के ख़िलाफ़ सातवें राउंड में कामयाबी हासिल करते हुए ये ख़िताब जीत लिया था। उन्होंने इस कामयाबी के वक़्त ऐलान किया था कि उन्होंने दुनिया को हिला दिया है। इस कामयाबी के दूसरे ही दिन किले ने ऐलान किया था कि वो मज़हब इस्लाम क़बूल कर रहे हैं और अपना नाम मुहम्मद अली रखते हैं।

किले ने दूसरे साल भी लस्टन को मात दे कर ख़िताब का दिफ़ा किया था। उन्होंने आठ मर्तबा ख़िताब का दिफ़ा किया ताहम 1967 में अमेरिकी फ़ौज में शामिल‌ से इनकार के बाद उनको ख़िताब से महरूम करदिया गया और 3.5 साल तक बॉक्सिंग पर पाबंदी आइद करदिया गया। 1971 में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने सज़ा को गलत‌ क़रार दिया और उसके बाद मुहम्मद अली ने दो मर्तबा ये ख़िताब हासिल किया था।