मुहम्मद अशरफुल पर लगा 8 साल का बैन

बांग्लादेश के साबिक कप्तान मुहम्मद अशरफुल ने अपनी एक गलती की वजह से अपना क्रिकेट करियर तकरीबन खत्म कर लिया। अशरफुल पर बांग्लादेश प्रीमियर लीग (बीपीएल) टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान मैच फिक्स करने का इल्ज़ाम कबूल करने के एक साल से भी ज़्यादा दिनो बाद आठ साल का बैन लगा दिया गया है।

बांग्लादेश की तरफ से 2001 में सबसे कम उम्र (17 साल) में टेस्ट शतक का रिकॉर्ड बनाने वाले अशरफुल को बुध के रोज़ यह सजा सुनाई गई। वह 2007 से 2009 के बीच बांग्लादेश के कप्तान भी रहे। 29 साल के खिलाड़ी ने आइसीसी की Anti-Corruption and Security Unit के सामने यह कुबूल किया था कि वह बीपीएल के मैच फिक्स करने में मुलव्वस थे। इसके बाद पिछले साल जून में उन्हें सभी तरह के क्रिकेट से मुअत्तल कर दिया गया था।

बीपीएल फिक्सिंग मुतनाजे की जांच के लिए तश्कील बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के Discipline Panel के सदर खादीमुल इस्लाम चौधरी ने कहा कि उन्हें (अशरफुल) सभी चार ज़ुर्म के लिए मुजरिम पाया गया और उन पर आठ साल की पाबंदी लगायी गयी है। इसके इलावा अशरफुल को दस लाख टका (12,280 डॉलर) का जुर्माना भी देना होगा।’ अशरफुल जिस फ्रेंचाइजी ढाका ग्लेडियर्स की तरफ से खेलते थे उसके मालिक पर भी इसी ज़ुर्म के लिए दस साल का बैन लगाया गया है। इन दोनों पर पिछले साल लीग के दूसरे टूर्नामेंट के दौरान करप्शन में मुलव्वस रहने के लिए सजा दी गई है।

इस बीच बीसीबी डिसीप्लीन पंचाट ने न्यूजीलैंड के विंसेंट और श्रीलंका के कौशल लोकुराची पर भी सट्टेबाजों के राबिते किए जाने की रिपोर्ट नहीं करने के लिए मुसलसल तीन साल और 18 महीने का बैन लगाया है। इस्लाम ने कहा कि मुल्ज़िम बीसीबी की तरफ से मुकररर डिसीप्लीनरी पैनल के सामने अपील कर सकते हैं। वे स्विट्जरलैंड वाके खेल पंचाट में भी अपील कर सकते हैं।

आरिफ पर लगी ता उम्र पाबंदी :

इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (इसीबी) ने मैच फिक्सिंग का इल्ज़ाम कुबूल करने वाले ससेक्स और पाकिस्तान के साबिक क्रिकेटर नावेद आरिफ पर बुध के रोज़ ता उम्र पाबंदी लगा दिया है। आरिफ ने छह मामलों में बदउनवानी की बात कुबूल की थी। इनमे केंट के खिलाफ अगस्त, 2011 में खेला गया 40 ओवर का एक मैच भी शामिल है।

इसीबी ने कहा कि आरिफ ने सभी तरह की क्रिकेट से ता उम्र पाबंदी कुबूल कर लिया है। पाबंदी की शर्तो के तहत अब आरिफ (इसीबी) आइसीसी और किसी दिगर कौमी युनियन से मंज़ूरी हासिल टूर्नामेंट में न तो खेल सकेंगे, न कोचिंग दे सकेंगे और न ही हिस्सा ले सकेंगे। बायें हाथ के तेज गेंदबाज 32 साल के आरिफ पाकिस्तान ‘ए’ की तरफ से खेल चुके हैं।