मुहम्मद अहमद काज़मी की रिहाई ,वर्ना वज़ीर-ए-आज़म का घेराव होगा

लखनऊ में मुनाक़िद शीया फ़िर्क़ा की कान्फ्रेंस में चीफ़ मिनिस्टर अखिलेश यादव से मुतालिबा किया गया कि वो अपनी वज़ारती कौंसल में कम से कम एक काबीना दर्जा का और दो वज़ीर-ए-ममलकत शीया फ़िर्क़ा के अफ़राद को बनाए, नीज़ ( (और) हुकूमत शीया फ़िर्क़ा के साथ की जाने वाली नाइंसाफ़ीयों को ख़त्म करे।

शीया कान्फ्रेंस का एहतिमाम ( प्रबंध) शीया मजलिस-ए-अमल नामी तंज़ीम ( संस्था) ने मुक़ामी आसफी इमाम बाड़ा बड़ा इमाम बाड़ा में किया जिस की सदारत शीया मुमताज़ आलम दीन मौलाना कलब जव्वाद मुत्तहिद नक़वी ने की।

इस मौक़ा पर मौलाना ने अपने ख़िताब में वज़ीर-ए-आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह हुकूमत से मुकर्रर ( दुबारा) मुतालिबा किया कि वो नई दिल्ली में गुज़श्ता मार्च को दहश्तगर्दी के झूटे मामले में पकड़े गए सीनीयर उर्दू अंग्रेज़ी सहाफ़ी मुहम्मद अहमद काज़मी को बिलाताख़ीर रिहा करे, ये सूरत दीगर मुल्क भर के शीया फ़िर्क़ा के अफ़राद नई दिल्ली में वज़ीर-ए-आज़म की क़ियामगाह के बाहर धरना देने के लिए मजबूर होंगे। शीया कान्फ्रेंस में रियास्ती वज़ीर शिव पाल यादव भी मौजूद थे।