मिस्र के माज़ूल सदर मुहम्मद मुर्सी को पीर के दिन अदालत में पेश किया जाएगा। उन्हें फ़ौज ने 3 जुलाई को सदर के ओहदे से अलग कर दिया था।
इस्लाम पसंद मुर्सी पर इल्ज़ाम है कि उन्हों ने अपने दौरे इक्तेदार में 2012 में अपने हामीयों को ऐसे तशद्दुद पर उकसाया था, जिस के नतीजे में अपोज़ीशन के दस हामी मारे गए थे।
अभी तक ये नहीं बताया गया कि उन के ख़िलाफ़ ये मुक़द्दमा किस मुक़ाम पर चलाया जाएगा। मुर्सी के हामीयों ने अज़म कर रखा है कि वो अपने रहनुमा को आज़ाद कराने के लिए कमरे अदालत पर धावा बोल देंगे।
अमरीका से तालीम याफ़्ता 62 साला मुहम्मद मुर्सी सदारत के ओहदे से अलग किए जाने के बाद से किसी ना मालूम मुक़ाम पर हिरासत में हैं।