हैदराबाद । 25 । अक्टूबर : ( रास्त ) : 1986-में मुहम्मद रिफ़अत उल्लाह और सज्जन कुमार भार्गवा ऐडवोकेटस ने एक बाहमी वकालत का दफ़्तर भार्गवा बिल्डिंग आबिड रोड पर क़ायम किया जो आज तक क़ायम है । इस सिलसिला में एक सिलवर जुबली पुर असर तक़रीब फ़तह मैदान कलब में मनाई गई । जिस में साबिक़ जूनियर वुकला सुभाष वग़ैरा मौजूद मुआविन वुकला वे बालराज , ऊदे कुलकर्णी , अकबर हुसैन , सय्यद अलीम उद्दीन , अमानत उल्लाह क़ुरैशी , राम सिंह , सय्यद जहांगीर , रमना और सय्यद इबराहीम ने शिरकत , उन के इलावा सय्यद हमीद उद्दीन चीरमन रीडर वज़ ग्रुप और नामवर ताजरीन ने 25 साल की बेमिसाल रिफ़ाक़त की सताइश की और बताया कि आज के दौर में भाई भाई मिल कर कोई कारोबार नहीं करसकते मज़कूरा दो सीनईर वुकला की रिफ़ाक़त हैदराबाद की गंगा जमुनी तहज़ीब की ज़िंदा मिसाल है जो आज की और आने वाली नसलों के लिए काबिले तक़लीद है ।