मुक़द्दस-काबा पे सेल्फी की दीवानगी ठीक नहीं..

रियाद: हज और उमरा के सिलसिले में मक्का आने वाले और मुक़द्दस-काबा शरीफ़ पे सेल्फी खींचने वाले लोग अक्सर अपने जूनून में भूल जाते हैं कि उन्हें काबे की पवित्रता का ख़याल भी रखना है. ये बताना यहाँ ज़रूरी है कि नमाज़ के वक़्त पवित्र काबा में पूर्ण-शान्ति चाहिए होती है जिससे नमाज़ पर पूरी तरह से केन्द्रित हुआ जा सके.

हज और उमरा यात्री मदीना में स्थित मस्जिद-ए-नबवी भी जाते हैं जहाँ पैग़म्बर मोहम्मद(सल्ललाहो अलैह वसल्लम) की क़ब्र भी है. यहाँ भी ये ज़ुरूरी है कि लोग जगह की पवित्रता की एहमियत को समझें.

तकनीकी बढ़त ने जहाँ एक ओर लोगों की ज़िन्दगी आसान की है वहीँ कुछ लोगों ने इसका नाजायज़ फ़ायदा उठाने की कोशिश की है, पवित्र जगहों पर सेल्फी का चलन ठीक नहीं है.