मुक़ामी पुलिस जुनूबी बिस्तर में इंसिदाद नक्सलाईटस कार्रवाई की मुख़ालिफ़ थी

रायपुर

घने जंगलात, पहाड़ी इलाक़ा, नाक़ाबिल रसाई मुक़ामात और जनता सरकार कार्रवाई केलिए नासाज़गार

मुक़ामी महिकमा सुराग़ रसानी ने मश्वरा दिया था कि जुनूबी बिस्तर के जंगलात में इंसिदाद नक्सलाईटस कार्यवाहीयां बड़े पैमाने पर ना की जाएं जहां हाल ही में इंतहापसंदों ने 14 जवानों को हलाक करदिया है। मुक़ामी महिकमा सुराग़ रसानी ने जुग़राफ़ियाई पेचीदगियों और माईस्टों के ताक़तवर जनता सरकार नेटवर्क का हवाला देते हुए ये मश्वरा दिया है।

ये इलाक़ा घने जंगलात, पहाड़ों, नाक़ाबिल रसाई और इंतेहाई कम आबादी वाले 4 इलाक़ों पर मुश्तमिल है। डोरना पाल से कसता राम और भेजी से जागर गुंडा (सतह मुर्तफ़े गोला पली) तक तकरीबन 430 किलोमीटर दार-उल-हकूमत से दूर जुनूबी बिस्तर की सिम्त वाक़्य है, गुज़िश्ता चार पाँच माह में शोरिश पसंदी से मुतास्सिरा बिस्तर डीविज़न के मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में 300 से ज़्यादा नक्सलाईटस कारकुन हथियार डाल चुके हैं, लेकिन जुनूबी सुकमा के इलाक़े से किसी ने हथियार नहीं डाले।

इस इलाक़े के सिवाए फ़ौज तकरीबन दीगर तमाम माईस्टों के गढ़ में दाख़िल होचुकी है। गुज़िश्ता तीन माह के दौरान शदीद मुख़ालिफ़ नक्सलाईटस कार्यवाहीयां की गई हैं। मुक़ामी इत्तेलाआत के बमूजब गोला पल्ली सतह मुर्तफ़े का इलाक़े इंतेहाई कम आबाद है और यहां ज़्यादा तर फ़ौजी क़ियाम करते हैं।

पुलिस के मखबिरों की इत्तेला के बमूजब इस इलाक़े से बार बार की फ़ौजी अपीलों और दरख़ास्तों का कोई जवाब नहीं मिला। मुक़ामी अवामी नियम फ़ौजी तंज़ीम और संघम के अरकान से हथियार डाल देने और असल घेरे में शामिल होजाने की अपीलें की गई थीं। करीबी इलाक़े के देहातों के मुखिया नक्सलाईटस कारकुनों को हथियार डाल देने की तरग़ीब देने से क़ासिर रहे जब कि बिस्तर के इलाक़ों में एसा होचुका है।

मखबिरों ने निशानदेही की कि कबायलियों के पास अब भी जनता सरकार पर यक़ीन और एतेमाद बरक़रार है। जुनूबी सुकमा की ममनूआ तंज़ीम ने ये सरकार क़ायम की है। इस इलाक़े के अवाम बुनियादी सहूलतों और तरक़्क़ियाती कामों से माईस्टों की ख़ौफ़नाक सरगर्मियों की वजह से हुनूज़ महरूम हैं। अलावा अज़ीं जुग़राफ़ियाई पेचीदगियां, कमज़ोर सुराग़ रसानी और दीगर कई दिफ़ाई अनासिर की बिना पर इस इलाक़े में मुख़ालिफ़ नक्सलाईटस कार्यवाहियां ना करने की सिफ़ारिश की गई है।