मुक़ामी बाशिंदों पर तकरार मुलाज़िमत की पॉलिसी पर जोर

मुक़ामी पॉलिसी पर सभी की राय बनाने के लिए पीर को प्रोजेक्ट भवन में तमाम पार्टियों की बैठक बुलायी गयी। शाम को हुकूमत ने दानिश्वमंद के साथ बैठक की। आम राय बनाने की कोशिश की गयी। पर बैठक में आम राय नहीं बन पायी। पार्टियों के दरमियान तकरार दिखा। कट ऑफ डेट को लेकर सियासी पार्टियों के अलग-अलग ख्याल हैं। वहीं कुछ पार्टियों ने पॉलिसी के तायीन में खतियान के मेयार को खारिज कर दिया। बैठक में रियासत में रहनेवाले नौजवानों को रोजगार देने के लिए मुलाज़िमत पॉलिसी बनाने पर जोर दिया गया।

बैठक में पहुंचे मुखतलिफ़ सियासी पार्टियों के नुमाइंदों का कहना था कि हुकूमत यहां के नौजवानों को उनका हक दे। 14 सालों से मुक़ामी पॉलिसी को सुलझाया नहीं जा सका है। हुकूमत को पहले मुलाज़िमत पॉलिसी बनानी चाहिए। जिला और ब्लॉक सतह पर तकर्रूरी की जानी चाहिए।

कुछ सियासी पार्टियों का कहना था कि हुकूमत जब तक मुलाज़िमत पॉलिसी नहीं बना लेती, तकर्रुरी पर रोक लगे। कुछ पार्टियों ने हुकूमत से पहले ब्लू प्रिंट की मांग की, कहा हुकूमत ड्राफ्ट लेकर आये, फिर बात हो सकती है। बैठक के दौरान हुकूमत की तरफ से प्रेजेंटेशन के जरिये दीगर रियासतों की तजवीज और कानून की जानकारी दी गयी।

सीएम ने 15 दिनों में मांगा तहरीरी सुझाव

बैठक में अलग-अलग तजवीज आये। वजीरे आला ने सियासी पार्टियों के नुमाइंदों से 15 दिनों में तजवीज मांगा है। उन्होंने कहा कि इस माह के आखिर तक हुकूमत पॉलिसी का ऐलान करना चाहती है।