तेलंगाना रियासत की तशकील को रोकना किसी भी सरमाएदार या सयासी क़ाइद के बस की बात नहीं है हाँ मगर तेलंगाना मुख़ालिफ़ीन की कलाबाज़ीयों से हमें चौकन्ना रहना ज़रूरी है रुक्न पार्लीयामेंट राज्य सभा आनंद भास्कर ने तेलंगाना रिसोर्स सेंटर के 97वीं मुज़ाकरे तेलंगाना रियासत की तशकील आख़िरी मराहिल मसाइल और हल से सदारती ख़िताब के दौरान इन ख़्यालात का इज़हार कर रहे थे।
इक़बाल अहमद इंजीनियर, डॉक्टर श्रवण कुमार मलेपल्ली, लक्ष्मी डी प्रताप रेड्डी चकोडॉ प्रभाकर, साबिक़ा एम एल ए भोन्गीर नरसिम्हा रेड्डी सना उल्लाह ख़ान और दीगर ने भी इस मुज़ाकरे से ख़िताब किया।
आनंद भास्कर ने अपनी तक़रीर के सिलसिले को जारी रखते हुए कहा कि हमारा मुक़ाबला चालाक और मक्कार लोगों से है जो अपने ज़ाती मुफ़ादात की ख़ातिर किसी भी हद तक जा सकते हैं।
जनाब इक़बाल अहमद इंजीनियर ने भी तेलंगाना रियासत की तशकील तक चौकन्ना रहने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए कहा कि तेलंगाना और हैदराबाद में मर्कज़ की किसी भी किस्म की शराकतदारी नाक़ाबिले क़ुबूल इक़दाम होगा उन्हों ने मुकम्मल इख़्तयारात के साथ तेलंगाना रियासत की तशकील को ही काबिले क़ुबूल क़रार दिया।
उन्हों ने तेलंगाना रियासत की तशकील तक ख़ामूशी इख़्तियार करने के बजाय अपनी जद्दो जहद को जारी रखने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।