मुख़ालिफ़ न्यूक्लियर प्लांट एहतिजाज शबद बाज़ी

कडनकोलम न्यूक्लियर पावर प्रोजेक्ट‌ के ख़िलाफ़ एहतिजाज जिसके नतीजे में उसे कारकरद बनाने में ताख़ीर हुई, इन गोशों की शेबदा बाज़ी और चालें हैं जो हिंदूस्तान को ताक़तवर तर बनकर उभरते देखना नहीं चाहते हैं, रूसी सफ़ीर बराए हिंदूस्तान इलैगज़ेंडर एम कदाकीन ने ये बात कही।

उन्होंने कल रात अख़बारी नुमाइंदों को ये भी बताया कि पहली के एन पी पी यूनिट लग भग तैय्यार है और दूसरी यूनिट अंदरून छः माह तैय्यार होजाएगी। रूसी क़ासिद ने जो कल यहां रशियन सैंटर औफ़ साईंस एड कल्चर की 40 वीं यौम तासीस पर आए, कहा कि एहितजाजियों और दीगर लोगों के दबाव पर यही कहना पड़ेगा कि ये सब शबद बाज़ी है। ये उन लोगों की चालें हैं जो हिंदूस्तान को ताक़तवर देखना नहीं चाहते, जो नहीं चाहते कि हिंदूस्तान और तमिलनाडो में कुछ ज़्यादा ताक़त रहे।

क़ब्लअज़ीं इस हफ़्ते न्यूक्लियर पावर कारपोरेशन औफ़ इंडिया लिमेटेड ने कहा था कि तनाज़े से दो-चार हिंद। रूस प्रोजेक्ट‌ की 1,000 MW वाली पहली यूनिट का तिजारती नौईयत पर काम काज आइन्दा साल जनवरी तक शुरू होजाने की तवक़्क़ो है। इसने ये भी कहा कि दूसरी यूनिट के कमर्शियल ऑप्रेशन को भी अगस्त 2013 के लिए मुक़र्रर किया गया है। पीपल्ज़ मूवमैंट अगेंस्ट न्यूक्लियर अनर्जी की क़ियादत में मुख़ालिफ़ न्यूक्लियर जहद कारों ने हिफ़ाज़ती तशवीश के हवाले से इस प्रोजेक्ट की मंसूख़ी का मुतालिबा करते हुए सिलसिला वार एहतिजाज किए हैं, जिनमें इस प्लांट का बहरी मुहासिरा शामिल है।