जुनूब मग़रिबी दिल्ली के पुलिस स्टेशनों में 1984 के दौरान हुए मुख़ालिफ़ सुख फ़सादाद में 21 मुलज़मीन के ख़िलाफ़ दर्ज कर्दा मुक़द्दमात में तहकीकात के बावजूद कोई सुबूत दस्तयाब नहीं हुए हैं। पुलिस ने कहा कि जुनूब मग़रिबी दिल्ली के पाँच पुलिस स्टेशनों में दर्जा कर्दा 56 मुक़द्दमात में 225 अफ़राद के ख़िलाफ़ इल्ज़ामात आइद किए गए थे। सिर्फ तीन को सज़ा दी गई है जो जुर्म के मुर्तक़िब साबित हुए थे।
दो के ख़िलाफ़ मुक़द्दमात ज़ेर दौरां हैं और दीगर 30 मुक़द्दमात के मुलज़मीन को बरी कर दिया गया है। दीगर 21 मुक़द्दमात में कोई सबूत दस्तयाब नहीं हुआ। इनमें यक्म नवंबर 1984 को नारायना पुलिस स्टेशन के तहत पेश आया वाक़्या भी शामिल है जिसमें अफ़राद को ज़िंदा जला दिया गया था।
10 मार्च 1985 को ये मुक़द्दमा मुलज़मीन की अदम दस्तयाबी के सबब बंद कर दिया गया था।