वज़ीरे आज़म नवाज़ शरीफ़ ने कहा कि पाकिस्तान पर दहश्तगर्दों को पनाह देने के इल्ज़ाम से हिंदुस्तान दरअसल अपनी ग़लतीयों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहा है। उन्हों ने कहा कि मोतमिद ख़ारिजा बातचीत ख़त्म कर के हिंदुस्तान ने मन्फ़ी तर्ज़े अमल अख़्तियार किया, आलमी बिरादरी की तरफ़ से दबाव बढ़ा कर ही हिंदुस्तान को मुज़ाकरात की मेज़ पर लाया जा सकता है।
उन्हों ने कहा कि मुज़ाकरात पर हिंदुस्तान ने मुसबत रवैया के बजाय हटधर्मी अख़्तियार की, कश्मीर हिंदुस्तान की दहश्तगर्दी का शिकार हैं। हमारा उसूली मौक़िफ़ है कि मसअले कश्मीर मुज़ाकरात से हल किया जाए।