मर्कज़ी विज़ारत तिजारत-ओ-सनअत ने अपने सरकारी शोबों को हिदायत दी है कि मुल्क के शुमाली इलाक़े में बिशमोल मुज़फ़्फ़रनगर के राहत रसानी कैम्पों में ब्लैंकेटस् तक़सीम करें जहां के साकिन शिद्दत की सर्दी से मसाइब का शिकार हैं।
5 हज़ार ब्लैंकेटस् फ़सादात से मुतास्सिरीन के मुज़फ़्फ़रनगर राहत रसानी कैम्पों को रवाना करदी गई हैं। मर्कज़ी वज़ीर-ए-तजारत-ओ-सनअत आनंद शर्मा ने अपने एक बयान में कहा कि उन्होंने ग़रीबों और उम्र रसीदा अफ़राद में ब्लैंकेटस् तक़सीम करने की हिदायत दी है ताकि शुमाली हिंद के ऐसे अफ़राद शिद्दत की सर्दी का मुक़ाबला करसकें।
पहाड़ी इलाक़ा शिद्दत की सर्दी का शिकार हैं। वहां बर्फ़बारी होरही है। 30 दिसम्बर को दिल्ली में गुज़िश्ता 10 साल के माह दिसम्बर की बनिसबत इंतिहाई शदीद सर्दी महसूस की गई। दर्जे हरारत ठिटर अदीने वाले 2.4 दर्जे सिल्सयस तक पहूंच गया था। 4783 बेघर अफ़राद मुज़फ़्फ़र नगर के फ़सादात के बाद राहत रसानी कैम्पों में अब भी मुक़ीम हैं। कम अज़ कम 34 बच्चे जिन की उम्र 12 साल से कम थी, शदीद सर्दी की लहर की बिना पर फ़ौत होचुके हैं।