मुहसिन-ए-इंसानियत नबी करीम (स०अ०व०) ने उमत मुस्लिमा की जिस अंदाज़ में तरबियत फ़रमाई थी और इन में उखुत का जो जज़बा पैदा फ़रमाया था उसी का नतीजा हैके आज भी हदीस मुबारका के मिस्दाक़ उमत मुस्लिमा एक जसद वाहिद की तरह है।
मिल्लत के किसी फ़र्द को तकलीफ़ पहुंचती है तो सारे मुसलमान इस का एहसास महसूस करते हैं। आज उत्तरप्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर और दुसरे इलाक़ों में मिल्लत इस्लामीया पर जो ज़ुल्म ढाया जा रहा है इस पर आंध्र प्रदेश के मुसलमान भी बे चैन हो उठे हैं।
मुज़फ़्फ़रनगर में जारी चंद दिनों से फ़िर्कावाराना तशद्दुद और बुलवाइयों की कार्यवाईयों के नतीजे में हज़ारों मुसलमान लुट चुके हैं। रोज़गार से महरूमी और घर के लुट जाने और मुतवातिर कर्फ्यू के बाइस हज़ारों घरों में आज चूल्हे नहीं जल पारहे हैं।
इदारा सयासत जिस का ये वतीरा रहा हैके वो आफ़ात समावी होया आफ़ात-ए-अर्ज़ी , मुसीबत ज़दगान की मदद के लिए सब से पहले आगे आता है।
एडीटर सियासत जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ने मुज़फ़्फ़रनगर के मासूम-ओ-बेगुनाह रोते बिलकते मुसलमानों और तबाह हाल ख़ानदानों की मदद के लिए सियासत मिल्लत फ़ंड से 10 लाख रुपये की माली इमदाद फ़राहम करने का फैसला किया।
जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ने जो पिछ्ले चंद दिनों से शेख़ हज़रत मौलाना सयद मुहम्मद राबा हसनी नदवी सदर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड-ओ-नाज़िम जामिआ नादातुलाउलमा-ए-लखन से मुसलसिल रब्त में हैं, मुज़फ़्फ़रनगर के मुसलमानों की माली इमदाद का बेड़ा उठाया है और उनकी पहल पर ट्रस्ट ने इबतिदाई इमदाद के तौर मुज़फ़्फ़रनगर के मुतासरीन फ़साद की माली इमदाद के लिए 10 लाख रुपये की इमदाद की मंज़ूरी दी है जो हज़रत मौलाना राबा हसनी नदवी के ज़ेर निगरानी अमानत ट्रस्ट के हवाले की जाएगी।
इस ख़सूस में 10 लाख रुपये की रक़म अमानत ट्रस्ट के एकाऊंट में आज जमा करवाने की हिदायत दी है। जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ने अमानत ट्रस्ट को ये इख़तियार दिया कि मौलाना राबा हसनी नदवी की इजाज़त से मौसूला रक़म मुतासरीन फ़साद में तक़सीम करदी जाये ताकि तबाह हाल ख़ानदानों को फ़ौरी इमदाद पहुंच सके।
उन्होंने हमदरद एन-ए-मिल्लत से ख़ाहिश की के वो भी मुज़फ़्फ़रनगर के तबाह हाल मुस्लिम ख़ानदानों को राहत पहुंचाने और उनकी बाज़ आबादकारी के लिए आगे आएं।