मुज़फ़्फ़रनगर फ़सादाद :आज सियासत के ज़ेरे एहतेमाम एहतेजाजी जलसा

इदारा सियासत के ज़ेरे एहतेमाम मुज़फ़्फ़रनगर फ़सादाद के ख़िलाफ़ एक एहतेजाजी जलसा 01 अक्टूबर बरोज़ मंगल ठीक 2.30 बजे दिन ता 4 बजे सहपहर अहाता सियासत ,आबडस में मुनाक़िद किया जा रहा है।

मुमताज़ समाजी कारकुन-ओ-जहद कार हरीश फ़सादाद की तफ़सीलात ,हक़ायक़ और मंसूबा बंद तौर पर मुसलमानों की जान-ओ-माल को निशाना बनाने तहज़ीब कारों-ओ-शरपसंदों के अज़ाइम को बेनकाब करेंगे।

जनाब ज़ाहिद अली ख़ान एडीटर सियासत प्रोग्राम की सदारत करेंगे। उत्तरप्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर में मुसलमानों को मंसूबा बंद तौर पर तशद्दुद का निशाना बनाया गया।

बेशुमार अफ़राद हलाक ,हज़ारों बेघर होगए और ख़वातीन की इस्मत-ओ-इफ़्फ़त को तार तार किया गया। नाम निहाद सेक्युलर हुकूमत और इंतेज़ामीया सिर्फ़ ख़ामोश तमाशाई रहा।

हद तो ये हैके फ़सादाद पर क़ाबू पाने के दावे के बावजूद आज भी लाखों मुसलमान रीलीफ़ कैंपस में पनाह लिए हुए हैं। वो घर जाने से ख़ौफ़ज़दा हैं और हज़ारों मुस्लिम ख़वातीन की इस्मत लुट चुकी है।

जिन मुतास्सिरीन के माल-ओ-अस्बाब तबाह होगए इन का कोई पुर्साने हाल नहीं। हरीश मंदिर ने गुजरात फ़सादाद और मुसलमानों की नसल कुशी के ख़िलाफ़ बतौर-ए‍एहतेजाज आई ए एस ओहदे से स्तीफ़ा दे दिया था।

वो एक हक़ीक़त पसंदाना नज़रिये की हामिल शख़्सियत हैं जिन्होंने मोदी जैसी फ़िर्कापरस्त और फ़सताई ताक़तों के आगे घुटने टेकने से इनकार कर दिया और अपनी मुलाज़मत को ठोकर मार कर मज़लूमीन के हक़ में आवाज़ बुलंद की।

हरीश मंदिर ने मुज़फ़्फ़रनगर के फ़सादाद से मुतास्सिरा इलाक़ों का भी दौरा किया है इस प्रोग्राम में हक़ायक़ को मंज़रे आम पर लाएंगेगे और अवामुन्नास के लिए ये एक इंतिहाई मालूमाती प्रोग्राम होगा। ये जलसा ठीक 2.30 बजे शुरू होगा । ज़्यादा से ज़्यादा तादाद में शिरकत और वक़्त की पाबंदी की ख़ाहिश की गई है।