रोज़नामा सियासत ने मुज़फ़्फ़रनगर (उत्तरप्रदेश) के फ़साद मुतास्सिरीन जो रीलीफ़ कैम्पों में बे सर्व सामानी के आलम में अपनी ज़िंदगीयां गुज़ार रहे हैं इन मुअम्मर अफ़राद ख़वातीन-ओ-बच्चों को सर्दी से बचाव के मक़सद से नई बलांकटस् और् दुसरे गर्म मलबूसात (स्वेटरस वग़ैरा) रवाना करने का जनाब ज़ाहिद अली ख़ान एडीटर रोज़नामा सियासत ने बेटरा उठाया है।
इसी प्रोग्राम के एक हिस्से के तौर पर पिछ्ले शब ज़ाइद अज़ छे टन वज़नी नई बलांकटस्-ओ-गर्म मलबूसात वग़ैरा से लदी लारी को झंडी बता कर मुज़फ़्फ़रनगर (उत्तरप्रदेश) के लिए रवाना किया गया।
जबकि मुज़फ़्फ़रनगर फ़साद मुतास्सिरीन के लिए क़ायम करदा रीलीफ़ कैंपस जो सिर्फ़ मामूली नौईयत के टेंटस(शामियानों-ओ-क़नातों) की हिसारबंदी के ज़रीये क़ायम किए गए हैं लेकिन सर्दी की लहर के बाइस मुतास्सिरीन को मुश्किलात-ओ-तकालीफ़ से दो चार होना पड़ रहा है।
और रीलीफ़ कैम्पों में मुक़ीम फ़साद मुतास्सिरीन को फ़िलवक़्त गज़ा से बढ़ कर गर्म मलबूसात और ओढ़ने के लिए बलांकटस् वग़ैरा की शदीद ज़रूरत पाई जा रही है।
जिस को पेशे नज़र रखते हुए रोज़नामा सियासत ने इस रीलीफ़ कैंपस के मुक़ामात से मौसूला इत्तेलाआत की रोशनी में सर्दी से ठिठुर जाने से पेश आने वाली अम्वात का तदारुक करने के लिए फ़ौरी तौर पर गर्म मलबूसात और नई बलांकटस् रवाना करने का फ़ैसला किया और फ़ौरी तौर पर मयारी कंपनीयों की बलांकटस् की ख़रीदी कर के ज़ाइद अज़ छे टन वज़नी लदी हुई लारी को इबतिदाई इक़दाम के तौर पर रवाना कर दिया और बहुत जल्द मज़ीद लारियां रवाना करने के इक़दामात किए जा रहे हैं।
यहां ये बात काबिले ज़िकर हैके मुज़फ़्फ़रनगर (उत्तरप्रदेश) में पिछ्ले अर्सा के दौरान पेश आए फ़सादाद में ना सिर्फ़ मुसलमानों का क़त्ल किया गया है कि बल्कि मकानात को भी जला कर ख़ाकसतर कर दिया गया जिस की वजह से हज़ारों बेघर परेशान हाल मुतास्सिरा मुसलमान बे सर्व सामान के आलम में रीलीफ़ कैंपस में ज़िंदगी बसर कर रहे हैं।
उन मुतास्सिरीन की वकतिया तौर पर हर मुम्किना इमदाद की फ़राहमी के लिए रोज़नामा सियासत की तारफ से सियासत मिल्लत रीलीफ़ फ़ंड से दस लाख रुपये नदवा तुल उलमा को रवाना किए जा चुके हैं।
लिहाज़ा मुज़फ़्फ़रनगर फ़साद मुतास्सिरीन की मज़ीद मदद-ओ-राहत कारी इक़दामात को यक़ीनी बनाने के लिए सियासत मिल्लत रीलीफ़ फ़ंड दफ़्तर रोज़नामा सियासत में ज़्यादा से ज़्यादा माली तआवुन करने की पुरज़ोर ख़ाहिश की गई है।