मौलाना मुहम्मद राबे हसनी नदवी सदर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने जनाब ज़ाहिद अली ख़ान एडीटर सियासत को मकतूब रवाना करते हुए मुज़फ़्फ़रनगर के फ़साद ज़दगान के लिए सियासत मिल्लत फ़ंड से दी हुई इमदाद दस लाख रुपये रक़म की तक़सीम और मुज़फ़्फ़रनगर के हालात से वाकिफ किया।
मौलाना मुहम्मद राबे हसनी नदवी ने अपने मकतूब में कहा नदवतुल उलेमा से असातिज़ा का एक वफ़द मुज़फ़्फ़रनगर भेजा गया, जिस ने हालात का जायज़ा लेकर एक रिपोर्ट पेश की, जो आप को भेज राहा हूँ , जिससे पिछ्ले और मौजूदा हालात का इल्म आप को होगा, इसी के साथ कान्धला ज़िला मुज़फ़्फ़रनगर के एक बड़े आलिमे दीन मौलाना नूर-उल-हसन राशिद कान्धलवी जो की मजलिस इंतेज़ामिया के रुक्न भी हैं और उन्होंने फ़साद मुता॔सिरिन की बड़ी ख़िदमात अंजाम दी हैं और अब भी दे रहे हैं, उनको आप कि तरफ से जो रक़म उनको दे दी है, इनशा अल्लाह उसको सही मुसर्रिफ़ में ख़र्च करेंगे, इनका ख़त भी आप को भेजम राहा हूँ, उस को ज़रूर देख लें।
मौलाना राबे हसनी नदवी ने अपने मकतूब के साथ मौलाना नूर-उल-हसन राशिद कान्धलवी के मकतूब की नक़ल के अलावा असातिज़ा नदवतुुल उलेमा की मग़रिबी यूपी में होने वाले फ़िर्कावाराना फ़साद की रिपोर्ट की नक़ल भी भेजराहा हूँ। इस रिपोर्ट में बताया गया कि फ़सादात के अस्बाब मुख़्तलिफ़ सियासी हैं इन में बुनियादी सबब सियासी है, तमाम सियासी पार्टियां इस के आग़ाज़ के लिए मुनासिब वक़्त का इंतेज़ार कररही थीं और इस के आसार तो बहुत पहले ही से शुरू होगए थे, जो मदारिस के तलबा को दौराने सफ़र ज़द-ओ-कोब करने, चलती ट्रेन से बाहर फेंक देने और शरई वज़ा क़ता वाले किसी भी मुसलमान को जाबजा परेशान करने की शक्ल में होरहे थे।