एक मुक़ामी अदालत ने बी एस पी एम एलए मौलाना जमील की ज़मानत मंज़ूर करली जिन पर इल्ज़ाम था कि उन्होंने मुज़फ़्फ़र नगर में फ़िर्कावाराना फ़सादात को हुआ दी।
एक माह तक पुलिस को चकमा देने वाले मौलाना जमील को कल गिरफ़्तार किया गया था। चीफ़ जोडीशीयल मजिस्ट्रेट के पी सिंह ने बी एस पी लेजिस्लेटर की ज़मानत 20,000 रुपये के दो शख़्सी मचलकों के इदख़ाल की बाद मंज़ूर की। याद रहे कि एक माह क़बल मौलाना जमील के ख़िलाफ़ ग़ैर ज़मानती वारंट जारी किया गया था।
मौलाना जमील मुज़फ़्फ़र नगर के मेरा पूर हल्क़ा राय दही की नुमाइंदगी करते हैं। उनसे क़बल उनकी ही पार्टी के एक दीगर एम एलए नूर सलीम और एम पी क़दीर राना के ख़िलाफ़ भी मुआमलात दर्ज किए गए थे।
यहां इस बात का तज़किरा भी ज़रूरी है कि 18 सितंबर को मुज़फ़्फ़र नगर की एक अदालत ने 16 सियासतदानों के ख़िलाफ़ ग़ैर ज़मानती गिरफ़्तारी वारंटस जारी किए थे जिन में बी जे पी एम एल अज़य संगीत सोम और भारतीन्डो सिंह बी एस पी एम पी राना बी एस पी एम एल अज़य सलीम और जमील कांग्रेस क़ाइद सईद अल्ज़मां और बी के यू सरबराह नरेश टिकेट के नाम काबिल-ए-ज़िकर हैं। याद रहे कि मुज़फ़्फ़र नगर में फूट पड़ने वाले फ़िर्कावाराना फ़सादात में 60 अफ़राद हलाक होगए थे।