चीफ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी ने आज कहा कि वो रियासत को मुत्तहिद रखने अपनी जद्द-ओ-जहद जारी रखेंगे।
चीफ मिनिस्टर ने तेलंगाना की तशकील पर कांग्रेस क़ियादत और मर्कज़ी हुकूमत पर भी तन्क़ीदें की हैं। उन्होंने कहा कि कोई शख्सियत मुस्तक़िल नहीं होती लेकिन रियासत मुस्तक़िल होती है।
हम आंध्र प्रदेश को अवाम की ताईद से मुत्तहिद रखने जद्द-ओ-जहद जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि जो लोग रियासत के मुफ़ादात के हामी हैं वो तक़सीम की मुख़ालिफ़त करेंगे।
सिर्फ़ मुफ़ाद परस्त और ख़ुदग़रज़ अनासिर ही रियासत की तक़सीम की वकालत करेंगे। जो लोग मुल्क रियासत और अवाम की फ़लाह के ताल्लुक़ से फ़िक्रमंद हैं वो कभी भी तक़सीम रियासत की ताईद नहीं करेंगे।
चीफ मिनिस्टर रचाबंडा प्रोग्राम के सिलसिले में कड़पा ज़िला में एक अवामी राबिता प्रोग्राम से ख़िताब कर रहे थे। ये वाज़िह करते हुए कांग्रेस ने रियासत को तक़सीम करने का फैसला उसी सूरत में किया जब दूसरी जमातों ने उसकी ताईद की थी रेड्डी ने कहा कि वो और सीमांध्र के दूसरे कांग्रेस क़ाइदीन अभी भी तक़सीम रियासत की मुख़ालिफ़त कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि रियासत को तक़सीम करने से बर्क़ी शोबे में मसाइल होंगे। तेलंगाना में आबपाशी के पानी की क़िल्लत होगी और सीमांध्र के नौजवानों के लिए रोज़गार और तालीम के मसाइल पैदा होंगे। उन्होंने बहैसियत चीफ मिनिस्टर तीन साल की तकमील के मौके पर कड़पा में राय चोटी के अवाम के दरमियान रहने पर खुशी का इज़हार किया।
उन्होंने वाज़िह किया कि रचाबंडा प्रोग्राम का मक़सद फ़लाह-ओ-बहबूद की स्कीमात के फ़वाइद गरीबों में बांटना है। उन्होंने बताया कि साबिक़ा दो मराहिल में मुनाक़िदा रचाबंडा प्रोग्राम के मौके पर 61लाख ख़ानदानों को राशन कारडज़ और हाउज़िंग सहूलयात फ़राहम की गई हैं।
उन्होंने कहा कि जारीया रचाबंडा प्रोग्राम के मौके पर 50 लाख अफ़राद में राशन कारडज़ सोश्यल सकेवरेटी पेंशन और हाउज़िंग फ़राहम की जाएगी जिस पर 13,000 करोड़ रुपये के अख़राजात आएंगे।
चीफ मिनिस्टर ने अपने ख़िताब के दौरान उनकी कांग्रेस हुकूमत की तरफ से हासिल की गई कामयाबियों का तज़किरा किया। उन्होंने कहा कि ख़ुशकसाली सैलाब तूफ़ान और एहतेजाज जैसी मुश्किलात के बावजूद उनकी हुकूमत अवामी ताईद से फ़लाही स्कीमात पर अमल करने में कामयाब रही है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने बहैसियत चीफ मिनिस्टर ज़िम्मेदारी इसे वक़्त में सँभाली थी जब रियासत को तेलंगाना एहतेजाज और मआशी बोहरान का सामना था।
हुकूमत को तेलंगाना के अलावा समैक्या आंध्र एहतेजाज का सामना करना पड़ा। चीफ मिनिस्टर ने कहा कि मआशी बोहरान के बावजूद उनकी हुकूमत तलबा को स्कालरशिपस दिए और रियासत की आमदनी को 45,000 करोड़ से बढ़ा कर जारीया साल तक 75,000 करोड़ तक करने में कामयाब रही है।
उन्होंने इन किसानों के ताल्लुक़ से तशवीश का इज़हार किया जो पहले ही दो साईकलोनस ( तूफ़ान ) से मुतास्सिर होचुके हैं और उन्हें तीसरे तूफ़ान लेहर का भी सामना होसकता है।
उन्होंने कहा कि जलयग्नम प्रोजेक्ट के ज़रीये अब तक 30 लाख एकरस ज़मीनात को सरयाब किया गया है जिस पर 70,000 करोड़ रुपये का ख़र्च आया है। इस प्रोजेक्ट को मुकम्मिल करने एक लाख करोड़ रुपये की ज़रूरत है।