इस्लामी तरक़्क़ीयाती बैंक ने पाकिस्तान के नामवर आलम ए दीन मुफ़्ती तक़ी उसमानी की इस्लामी बैंकिंग के फ़रोग़ के लिए ख़िदमात के एतराफ़ के तौर पर उन्हें इस्लामी बैंकिंग और फाय्नेंस के 2014 के इनाम के लिए मुस्तहिक़ क़रार दिया है। ये इनाम इस्लामी बैंकिंग के फ़रोग़ के लिए उन की गिरां क़दर तालीमी और पेशावराना ख़िदमात की बुनियाद पर उन्हें अगले माह पेश किया जाएगा।
मुफ़्ती तक़ी उसमानी के साथ जिस दूसरे शख़्सियत की ख़िदमात का एतराफ़ किए जाने का ऐलान किया गया है वो बर्तानवी प्रोफेसर रोडनी विल्सन हैं। इस्लामी तरक़्क़ीयाती बैंक के ऐलान के मुताबिक़ प्रोफेसर रोडनी विल्सन मुफ़्ती तक़ी उसमानी के साथ मुशतर्का तौर पर इस इनाम के मुस्तहिक़ होंगे।
दोनों शख़्सियात को ये इनाम 22 जून को जद्दा में होने वाले इस्लामी तरक़्क़ीयाती बैंक के बोर्ड आफ़ गवर्नरज़ के 39 वीं सालाना इजलास के मौक़ा पर पेश किया जाएगा। इस्लामी तरक़्क़ीयाती बंक के सदर अहमद मुहम्मद अली ने दोनों शख़्सियात को इस हवाले से मुबारकबाद दी है और इस्लामी बुनियादों पर फायनेंसिंग के मैदान में उन की ख़िदमात को सराहा है।
वाजेह रहे सालाना इनाम का फ़ैसला करनेवाली कमेटी मुमताज़ स्कालर्ज़ और माहिरीन पर मुश्तमिल है। ये माहिरीन इस्लामी तरक़्क़ीयाती बैंक की आली तरीन टीम के अरकान के इलावा दुनिया भर से लिए जाते हैं। कमेटी ने मुत्तफ़िक़ा तौर पर 2014 के इनाम के लिए मुफ़्ती तक़ी उसमानी और प्रोफेसर रोडनी विल्सन को मुशतर्का तौर पर हक़दार क़रार दिया है।
इस सिलसिले में माहिरीन की कमेटी ने 10 अप्रैल को जन अपने इजलास मुनाक़िद किया था।
कमेटी ने मुफ़्ती तक़ी उसमानी के लिए इनाम का ऐलान उन की इस्लामी बैंकिंग और फायनेंसिंग के लिए ख़िदमात के इलावा शरीयत ऐपलेट ट्रिब्यूनल के जज के तौर पर सूद के ख़िलाफ़ अंजाम दी गई ख़िदमात के बदले किया गया है। वाज़िह रहे मुफ़्ती तक़ी उसमानी अकाउंटिंग ऐंड आडिटिंग आर्गेनाईज़ेशन फ़ार इस्लामिक फायनेंशियल इंस्टीटीयूशन्ज़ की शरिया स्टैंडर्ड कौंसल के सरबराह भी हैं। माहिरीन की कमेटी ने बर्तानिया से ताल्लुक़ रखने वाले प्रोफ़ैसर रोडनी विल्सन की इस्लामी बैंकिंग और इस्लामी फायनेंसिंग के लिए जदीद तालीमी ख़िदमात का एतराफ़ करते हुए उन्हें भी इनाम का शरीक मुस्तहिक़ क़रार दिया।