भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति पर कालिख पोत दी गयी थी. यही नहीं मूर्ति को तोड़ने की कोशिश की गयी थी. भाजपा ने गुरुवार को प्रतिमा को दुग्ध स्नान करा शुद्धीकरण की घोषणा की थी. इस घोषणा के मुताबिक, भाजपा कार्यकर्ता जब मूर्ति को दुग्ध स्नान कराने पहुंचे तो बवाल हो गया तो लोगों ने भाजपा कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा.
दो भाजपा कार्यकर्ताओं की हालत गंभीर बतायी गयी है. भाजपा का आरोप है कि पार्टी के बढ़ते जनाधार से घबराई तृणमूल कांग्रेस माकपा की तर्ज पर हिंसा की राजनीति पर उतर आयी है. हालांकि तृणमूल कांग्रेस की स्थानीय पार्षद माला राय ने घटना में उनकी पार्टी की संलिप्तता से इनकार किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी जमीन पर बगैर अनुमति के भाजपा वाले हिंसा फैलाने गये थे. जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया.
दोनों ही पक्ष अड़े थे. इस बीच कुछ स्थानीय भाजपा समर्थक केवड़ातल्ला महा श्मशान के पास पहुंच गये. इनको देखकर वहां पर मौजूद लोग भड़क गये और भाजपा समर्थकों को पीटना शुरू कर दिया. जान बचाने के लिए जब भाजपा कार्यकर्ता मौके से जाने लगे तो पीछे से उनको दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया. हालांकि स्थानीय पार्षद माला राय ने कहा कि इस मामले में तृणमूल कांग्रेस का कोई हाथ नहीं है. जो दोषी होंगे पुलिस उन्हें गिरफ्तार करेगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोलकाता नगर निगम ने वहां पर मूर्ति लगाने के साथ सारा इंतजाम करने की बात पहले ही कह दी थी. इसके अलावा वहां पर ताला लगा दिया गया था. यह सब पहले से ही पूर्व घोषित था. बावजूद इसके भाजपा के लोग वहां पर उत्तेजना भड़काने के लिए पहुंच गये थे. जिससे स्थानीय लोग भड़क गये. इसमें तृणमूल कांग्रेस कहीं शामिल नहीं है.