मूसल के सफ़र पर ऑस्ट्रेलिया का इमतिना

इस्लामिक स्टेट (दाइश) के जंगजूओं के ज़ेरे क़ब्ज़ा इराक़ी शहर मूसल दहशतगर्दों का वो दूसरा ताक़तवर गढ़ बन गया है, जहां ऑस्ट्रेलिया ने बैरूनी जंगजूओं को दाख़िला से बाज़ रखने के मक़सद से वज़ा कर्दा इन्सिदादे दहशतगर्दी के जदीद क़्वानीन के तहत अपने शहरीयों के दाख़िले पर पाबंदी आइद कर दिया है।

वज़ीरे ख़ारजा मिसिज़ जूली बिशप ने कहा कि शुमाली इराक़ का इलाक़ा मूसल गुज़िश्ता साल वज़ा कर्दा नए क़ानून के फ़ौजदारी ज़ाबता के तहत ममनूआ क़रार दिया गया है जिस का मतलब ये हुआ कि ऑस्ट्रेलियाई क़्वानीन के तहत अब वहां (मूसल) जाना मना है जिस की ख़िलाफ़वर्ज़ी पर 10 साल की क़ैद हो सकती है।

इस इक़दाम के ज़रीए दहशतगर्द तंज़ीमों से रब्त रखने या उन के लिए लड़ने वालों के ख़िलाफ़ भी कार्रवाई की जाएगी। उन्हों ने कहा कि मूसल को दहशतगर्दों के ज़ेरे कंट्रोल एक ममनूआ इलाक़ा क़रार देना दाइश की सरकोबी की मुहिम में एक अहम क़दम है।