मूसा नदी बच्चों की नाशों के मराकज़ में तबदील!

हैदराबाद 18 अक्टूबर ( सियासत न्यूज़) शहर हैदराबाद की तारीख़ी मूसा नदी अब नोमोलूद बच्चों की दस्तयाबी का मर्कज़ बनती जा रही है । आए दिन इस नदी के किनारे किसी ना किसी नोमोलूद की नाश का दस्तयाब होना आम बात बन गई है । कभी मुस्लिम जंग पुल । तो कभी नया पुल और कभी पुराना पुल इस तरह मूसा नदी पर तामीर तक़रीबन तमाम पुल नोमोलूद बच्चों की नाशों का ठिकाना बनते जा रहे हैं । कौन इन इलाक़ों में किस वक़्त किस अंदाज़ में नोमोलूद की नाश छोड़ जाता है इस का पुलिस को भी अंदाज़ा नहीं । गुज़शता एक माह के दौरान इन इलाक़ों में नोमोलूद बच्चों की नाशों की दस्तयाबी के कई वाक़ियात पेश आए । ताहम कल पेश आए वाक़ियात में दो नोमोलूद बच्चों की नाशें अलहदा मुक़ामात से दस्तयाब हुई । आए दिन ऐसे वाक़ियात का पेश आना शहरीयों केलिए तशवीश का बाइस बनता जा रहा है और ऐसे वाक़ियात की रोक थाम केलिए समाज और बिलख़सूस पुलिस को ख़ातिरख़वाह इक़दामात करने की ज़रूरत है । कल के वाक़ियात में एक माह का लड़का और एक दिन की लड़की की नाशें बरामद हुईं। चारमीनार पुलिस स्टेशन के सब असनपकटर मुहम्मद सलीम ने बताया कि एक माह का बच्चा उम्र होटल के क़रीब एक डिब्बे से मुर्दा हालत में दस्तयाब हुआ । दूसरे वाक़िया में जहां एक दिन की बच्ची दस्तयाब हुई मुस्लिम जंग पुल के क़रीब उस की नाश डाल दी गई थी हालाँकि जिस मुक़ाम से नाश दस्तयाब हुई इस से थोड़ी ही दौर के फ़ासिला पर पुलिस सब कंट्रोल रुम क़ायम है । पुलिस का कहना है कि ऐसे वाक़ियात की रोक थाम पर पुलिस ख़ुसूसी तवज्जा दे रही है । पुलिस के मुताबिक़ मीटरनीटी हॉस्पिटल से मुर्दा बच्चों को अक्सर वालदैन और सरपरस्त किसी मुक़ाम पर छोड़कर चले जाते हैं । पुलिस ने एक वजह ये भी बताई कि पैदाइशी तौर पर कमज़ोर बच्चों की नशव-ओ-नुमा और मूसिर ईलाज की अदम दस्तयाबी से भी अम्वात पेश आती हैं जिस के बाद मुर्दा बच्चों को इन इलाक़ों में फेंक दिया जाता है ।