में मोदी का एजेंट नहीं हूँ:फ़िरोज़ ख़ां

हलक़ा असेंबली नामपली से तेलुगु देशम पार्टी के मक़बूल आम उम्मीदवार मुहम्मद फ़िरोज़ ख़ां ने नाम निहाद क़ियादत और मुक़ामी जमात के इल्ज़ामात को बेबुनियाद क़रार देते हुए मुस्तर्द कर दिया।

उन्होंने मुख़ालिफ़ीन को चैलेंज किया कि अगर वो सच्च हैं तो वो भी मुक़द्दस किताब पर हाथ रख कर ये इल्ज़ाम सच्च साबित कर दिखाएंगे। अवाम से खचाखच भरे बड़े जल्सा-ए-आम में मुक़द्दस किताब पर हाथ रखते हुए जज़बाती अंदाज़ में कहा कि बी जे पी से मेरा कोई ताल्लुक़ नहीं है।

में मोदी का एजैंट नहीं हूँ। मेरा नाम ही मेरी पहचान है और सारे अवाम खास्कर् मुसलमानों की ख़िदमत ही मेरा अज़म-ओ-नसब उल-ऐन है।

मुहम्मद फ़िरोज़ ख़ां ने मुरादनगर में बड़े जल्सा-ए-आम से ख़िताब कररहे थे। उन्होंने कहा कि मुक़ामी जमात आज मुसलमानों को बी जे पी और नरेंद्र मोदी का डर ख़ौफ़ दिला रही है जबकि मुक़ामी जमात ही मोदी और बी जे पी की सब से बड़ी हामी-ओ-हमदरद जमात है जिस की बेहतरीन मिसाल ये हैके मुक़ामी जमात ने असेंबली हलक़ों अंबरपेट और मुशीराबाद और हलक़ा लोक सभा सिकंदराबाद से बी जे पी को कामयाब बनाने के लिए अपने उम्मीदवार मैदान में उतारी है।

फ़िरोज़ ख़ां ने कहा कि मुसलमानों को दूसरों से डराने वाली मुक़ामी जमात ही मुसलमानों और मुस्लिम काज़ की सब से बड़ी दुश्मन है। वो अपनी तंज़ीम पर क़ाबिज़ दो भाईयों के सिवा किसी तीसरे लीडर को उभरने नहीं देती।

कांग्रेस, तेलुगु देशम और दुसरे सियासी जमातों में सरगर्म मुस्लिम क़ाइदीन को उभरने से रोकने के लिए ब्लैकमेलिंग और दबाव‌ के तरीके इस्तेमाल करती है।

मुहम्मद फ़िरोज़ ख़ां ने कहा कि मुक़ामी जमात ने पिछ्ले पाँच दहाईयों के दौरान एक दानिस्ता साज़िश और मुनज़्ज़म मंसूबा के तहत मुसलमानों को तालीमी-ओ-मआशी पसमांदगी का शिकार बनाया जिस के नतीजे में पुराना शहर और सारे मुस्लमान पसमांदगी का शिकार हैं।

मुसलमानों ने मुक़ामी जमात को हमेशा वोट दिया जिस की बदौलत इस के मुंतख़ब नुमाइंदे एवान में पहूंचे लेकिन उन्होंने कभी मुस्लिम मसाइल पर संजीदगी से नुमाइंदगी नहीं की बल्कि अपने शख़्सी मुफ़ादात के लिए सौदा बाज़ी की।

फ़िरोज़ ख़ां ने कहा कि दूसरों को बी जे पी का एजेंट कहने वाले नाम निहाद क़ाइदीन हर दौर में किसी ना किसी के एजेंट रहे हैं। मुक़ामी जमात और उस की नाम निहाद क़ियादत ने मुसलमानों को जिस क़दर नुक़्सान पहूँचा या। शायद किसी और ने नहीं पहूँचाया होगा।