मेनका गांधी ने बच्चों के यौन शोषण की ऑनलाइन शिकायत दायर करने के लिए लांच किया ई-बॉक्स

नई दिल्ली। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने बच्चों के यौन शोषण की शिकायत करने के लिए ईबॉक्स लांच किया है। POCSO अधिनियम, 2012 के तहत अपराधियों के खिलाफ समय पर कार्रवाई और यौन अपराधों की शिकायत के लिए ये आसान और डायरेक्ट ऑनलाइन शिकायत प्रबंधन प्रणाली है। मेनका गांधी ने इसे राज्य मंत्री कृष्णा राज और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष स्तुति कक्कड़ सहित अन्य लोगों की उपस्थिति में लांच किया।

उन्होंने कहा कि इसको पुरे देश में लागू किया जाएगा | इसके ज़रिये ऐसे मामले भी सामने आयेंगे जिनमें शोषण की घटनाओं में रिश्तेदार के शामिल होने की वजह से मामला दबा दिया जाता है | ई-बॉक्स के ज़रिये पीड़ित की पहचान को छुपाये रखने में भी आसानी होगी |

लेकिन ग्रामीण दूर-दराज इलाकों में इसकी पहुंच को लेकर राज्य मंत्री कृष्णा राज आश्वस्त नहीं हैं। उनका कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों के 70 प्रतिशत बच्चों तक इसकी पहुंच बनाना चुनौतीपूर्ण कार्य होगाउन्होंने कहा कि जिन बच्चों के पास शिकायत करने का कोई तरीका नहीं था, अब उनके पास इस ई-बॉक्स के माध्यम से अपनी भावनाएं साझा करने का माध्यम होगा। तभी हम उनकी मदद कर सकेंगे।

उन्होंने कहा, …लेकिन 70 प्रतिशत बच्चे ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं और हमें उनकी भी चिंता करनी चाहिए। मुझे नहीं पता कि यह ई-बॉक्स उन तक पहुंचेगा या नहीं। हमारा अगला कदम ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले उन बच्चों के लिए होना चाहिए जो यौन उत्पीडऩ का शिकार बनते हैं, लेकिन उनके पास आधुनिक उपकरण नहीं हैं।

एक सर्वेक्षण के ज़रिये मालूम हुआ है कि 53% बच्चों को अपनी ज़िन्दगी में यौन शोषण का सामना करना पड़ा है | जिसने उनकी ज़िन्दगी को बहुत प्रभावित किया है | इस ई-बाक्स के माध्यम से बच्चों को तुरंत मदद दी जा सकेगी |

यह सुविधा एनसीपीसीआर की वेबसाइट पर उपलब्ध है। पीडि़त या व्यस्क कोई भी वेबसाइट पर जाकर बच्चे के यौन उत्पीडऩ संबंधी शिकायत दर्ज करा सकता है।