मेयर इंतिखाबात : महज़ 17.72 फीसद वोटिंग, बूथों पर नहीं पहुंचे वोटर

रांची मेयर के इंतिख़ाब के लिए पीर को हुआ वोटिंग काफी फीका रहा। महज़ 17.72 फीसद वोटरों ने ही अपने वोट का इस्तेमाल किया। कई बूथों में वोटर नहीं आने की वजह वोटिंग मुलाज़िमीन कुर्सी पर ही सो गए थे। किसी किसी बूथ में एक बजे तक महज़ एक ही वोट पड़ा था। वोटरों के इस रुख से जहां एलेक्शन कमीशन फिक्रमंद है, वहीं जिला इंतेजामिया इसकी वजह समझ नहीं पा रहा है।

दारुल हुकूमत रांची के 55 वार्डों के 901 बूथों पर सुबह सात बजे से वोटिंग शुरू हुआ। शुरुआत से ही वोटिंग काफी धीमी रही। दोपहर एक बजे तक महज़ 9.8 फीसद ही वोटिंग हुए थे। इसके बाद वोटिंग में थोड़ी सी तेजी आई, जिससे तीन बजे तक वोटिंग 17.6 फीसद पर पहुंच गया। फिर इक्का-दुक्का लोग ही बूथों तक पहुंचते रहे। शाम पांच बजे तक 17.72 फीसद वोटर ही वोट डाले थे। सीएम हेमंत सोरेन समेत एलेक्शन कमिश्नर शिव बसंत, कुओपरेटिव सेक्रेटरी केके सोन, उनकी बीवी आराधना पटनायक समेत दीगर आला अफसरों ने भी वोट डाले। नौ बूथों से ईवीएम खराब होने की इत्तिला मिली, जिसे बदल दिया गया।

27 जून को पंडरा में वोटिंग की गिनती होगी- 20 हजार वोट जिसे, जीत उसी की

रांची मुंसिपल कॉर्पोरेशन हल्के में टोटल वोटर सात लाख 26 हजार हैं। इनमें से महज़ 17.72 फीसद वोटरों ने ही वोट डाले। यानी एक लाख 28 हजार वोटरों ने ही वोट डाले।
14 उम्मीदवार मेयर इंतिख़ाब में खड़े हैं। औसतन एक उम्मीदवार के हिस्से में 9142 वोट आ रहे हैं। यानी जो उम्मीदवार 20 हजार वोट लाएगा, जीत उसे ही मिलेगी।

फिक्रमंद रहे कंट्रोल रूम के अफसर

जिला कंट्रोल रूम में सुबह सात बजे से ही ओहदेदार तैनात रहे। वोटिंग शुरू होने के दो घंटे बाद यानी सुबह नौ बजे बूथवार वोटिंग की इत्तिला जमा की जाने लगी। सुबह 11 बजे तक महज़ 5.8 फीसद वोटिंग हुआ देख फिक्रमंद आला अफसर कंट्रोल रूम से निकल बूथों पर पहुंचे।

वोट का औसत कम होना फिक्र की बात है। गुजिशता बार पार्षदों के साथ मेयर का इंतिख़ाब हुआ था। इस लिहाज से इस बार अगर 25′ भी वोट आते, तो माना जाता कि 10′ वोट कम इसलिए मिले, क्योंकि सिर्फ मेयर का इंतिख़ाब हुआ है। 17.72′ वोटिंग ठीक नहीं है।
शिव बसंत, एलेक्शन कमिश्नर