मेरा ख़्वाब है कि हर बच्चा पढ़ लिख जाए – मलाला

मलाला यूसुफ़ ज़ई ने न्यूयार्क में अक़वामे मुत्तहिदा की मुहिम ग्लोबल एजूकेशन फ़र्स्ट की पहली सालगिरा में शिरकत की। इस मौक़ा पर मलाला ने कहा कि अफ़्ग़ानिस्तान और इस जैसे दहश्तगर्दी का शिकार ममालिक में असलहा और टैंकों के बजाय किताबें भेजी जानी चाहीए।

मलाला ने इस मौक़ा पर अपने ख़्यालात का इज़हार करते हुए कहा कि टैंक भेजने के बजाय क़लम भेजें। मलाला की तक़रीर सुनने के लिए नोबेल अमन ईनाम याफ़्ता डेसमोंड टूटू, बंगलादेश की वज़ीरे आज़म शेख़ हसीना और करोशयाई वज़ीरे आज़म भी मौजूद थे।