वजीरे आला हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड की हुकूमत आम आदमी के लिए ही बनी है। आवाम के मुफाद के लिए ही हुकूमत चल रही है। वज़ीरों की गाड़ी में हूटर हटाने सिलसिले के हुक्म को आम आदमी पार्टी की नकल की बात पर उन्होंने कहा कि कोई अच्छा करता है, तो उसकी नकल करने में कोई हर्ज नहीं है। शहरों में वज़ीर कई इलाकों से गुजरते हैं। ऐसे में सायरन बजने से अवाम को गैर जरूरी परेशानी होती है। स्कूल हैं, बुजुर्ग लोग हैं, अस्पताल हैं, इन बातों को जेहन में रखते हुए ही उन्हें हूटर हटाने की बात कही है।
मिस्टर सोरेन ने कहा है कि सबसे पहले उनकी सेक्युर्टी की जांच हो। गैर जरूरी है, तो इसे हटा लिया जाये। वज़ीरों के लिए ऐसा ही हिदायत दिया गया है। जब वे बाहर जायेंगे, तो उन्हें ररूरत की हिसाब से सेक्युर्टी फराहम करायी जायेगी।
समन्वय समिति की बैठक पर उन्होंने कहा कि यह इत्तीहादी पार्टियों की भी बैठक थी और समन्वय समिति की भी। हुकूमत में बेहतर तालमेल कायम करने के लिए ही बैठक मुनक्कीद की गयी थी। वज़ीर चंद्रशेखर दुबे की तरफ से इल्ज़ाम लगाये जाने की बात पर उन्होंने कहा कि जब तक उनकी बात ज़ाती तौर से नहीं हो जाती, तब तक कुछ भी कहना मुनासिब नहीं होगा। कैबिनेट मेंबरों से कहा गया है कि जो भी बात कहनी हो, पहले हुकूमत में कहें, उसके बाद ही बाहर बातें करें।