हैदराबाद 05 जून: साबिक़ रियास्ती वज़ीर डी एल रवींद्र रेड्डी को कांग्रेस लेजिस्लेचर पार्टी ऑफ़िस में प्रेस कांफ्रेंस से रोक दिया गया। उन्होंने आज सुबह असेम्बली की कांग्रेस सी एलपी ऑफ़िस में प्रेस कांफ्रेंस के इनक़ाद और काबीना से बरतरफ़ी पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करने का एलान किया था, ताहम इत्तेला मिलते ही कांग्रेस लेजिस्लेचर पार्टी के स्टाफ़ ने प्रेस कांफ्रेंस हाल को ताला डाल दिया।
रेड्डी ने असेम्बली पहुंच कर स्पीकर एसम्बली से प्रेस कांफ्रेंस की इजाज़त ना देने की शिकायत की। इसी दौरान गर्वनमैंट चीफ़ विहिप जी वेंकट रमना रेड्डी और विहिप राजू भी सी एलपी ऑफ़िस पहुंच गए और थोड़ी देर तक दोनों में बेहस-ओ-तकरार हुई।
डी एल रवींद्र रेड्डी ने मीडीया प्वाईंट पर प्रेस कांफ्रेंस किया, जबकि गर्वनमैंट चीफ़ विहिप ने सी एलपी ऑफ़िस में प्रेस कांफ्रेंस से ख़िताब किया।
रेड्डी ने इल्ज़ाम आइद किया कि सी एलपी ने उन्हें अपनी बात कहने और जमहूरी मुल्क में इज़हार-ए-ख़्याल की आज़ादी से रोक दिया। उन्होंने कहा कि बर्तानिया का दौरा करने के बाद उन्हें यहां की हुक्मरानी पर अफ़सोस हो रहा है, जबके उन्हें अब तक इस बात का इलम नहीं होसका कि उन्हें क्यूं बरतरफ़ क्या गया?।
उन्होंने चीफ़ मिनिस्टर पर इल्ज़ाम आइद किया कि राजीव युवा करना लु स्कीम के आग़ाज़ के मौके पर उन्हें तकलीफ़ पहुंचाई गई, जबके चीफ़ मिनिस्टर ऑफ़िस से उन्हें मदऊ नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि वो इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के दौर से कांग्रेस से वाबस्ता हैं, ताहम इज़्ज़त नफ़स को ठेस पहुंचाने वालों से कभी समझौता नहीं किया।
उन्होंने बताया कि वो सोनीया गांधी को मकतूब रवाना करचुके थे और उनके मुतालिबा पर हुकूमत और पार्टी के हालात से वाक़िफ़ भी करवाया था, ताहम उन्होंने किसी की कोई शिकायत नहीं की।