मुंबई 04 जुलाई: इशरत जहां के अरकान ख़ानदान ने ये इल्ज़ाम लागया हैके चीफ़ मिनिस्टर गुजरात नरेंद्र मोदी भी इस साज़िश का एक हिस्सा थे और उन्हें छोड़ा नहीं जाना चाहीए।
चार्ज शीट में ये बताया गया कि इशरत जहां को गुजरात पुलिस और एस आई वि की मुशतर्का कार्रवाई के ज़रीये फ़र्ज़ी एनकाउंटर में हलाक किया गया था।
इशरत जहां की माँ शमीमा कौसर ने ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों को बताया कि सी बी आई ने उनके इस मौक़िफ़ की तौसीक़ करदी जो वो पिछ्ले 9 साल से कहती आरही है।
उन्होंने कहा कि उनकी बेटी बेक़सूर थी और उसे फ़र्ज़ी एनकाउंटर में हलाक किया गया। शमीमा कौसर ने अपनी आँख में आँसू लाते हुए कहा कि वो पिछ्ले 9 साल से ये कह रही हैंके उनकी बेटी बेक़सूर है और उसे ग़लत माख़ूज़ किया गया है।
उन्होंने कहा कि चंद पुलिस ओहदेदारों और सियासतदानों की वजह से हमें उन मसाइल से गुज़रना पड़ रहा है। उन्होंने तवक़्क़ो ज़ाहिर की के जिन्होंने ये साज़िश तैयार की थी उन्हें सख़्त सज़ा-ए-मिलेगी।
इशरत जहां की बहन मसर्रत ने माज़ी को याद करते हुए कहा कि उनकी बहन बी एससी साल दोम की तालिबा थी। जिस वक़्त उनकी बहन को हलाक किया गया वही हमारे घर की कफ़ालत कररही थीं क्यूंकि हमारे वालिद का 2002 में इंतेक़ाल होगया था।
उन्होंने बताया कि इशरत की मौत के बाद हमें बुहत मसाइल का सामना करना पड़ा। अब ये साबित होचुका हैके इशरत जहां को फ़र्ज़ी एनकाउंटर में हलाक किया गया। मसर्रत ने दुख भरे लहजे में कहा कि हमारे ख़ानदान पर लगे इस दाग़ की वजह से हमारी बहनों की शादियां नहीं हो पा रही थी और हमारे भाई मुलाज़मत हासिल नहीं कर पारहे थे।
मसर्रत से जब ये पूछा गया कि क्या उन्हें इस क़तल में मोदी के रोल का शुबा है तो उन्होंने जवाब दिया मेरी बहन को इस इल्ज़ाम पर क़तल किया गया कि वो नरेंद्र मोदी को हलाक करने जा रही थी।
चुनांचे मेरी बहन के क़तल में यक़ीनन मोदी के शमिल होने का शुबा पाया जाता है। इशरत जहां के एक और रिश्तेदार रउफ़ लाला ने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर गुजरात नरेंद्र मोदी इन तमाम हक़ायक़ से बाख़बर हैं। उन्होंने तवक़्क़ो ज़ाहिर की के सी बी आई की इज़ाफ़ी चार्ज शीट में मोदी और दूसरों के नाम भी मंज़र-ए-आम पर आएंगे।