मेरे किसी बच्चे में मेरी आदत नहीं : शाहरुख

एक आइडियल वालिद और बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरूख खान की चाहत है कि उनके बच्चे सेहत और खुशी से बिना समझौते किए जिंदगी में जो भी बनना चाहें बनें। वे अपने बच्चों को “अच्छे बच्चे” कहते हैं और इस बात से खुश हैं कि वे उनके मुकाबले बेहतर इंसान हैं।

शाहरूख और उनकी बीवी गौरी के तीन बच्चे आर्यन (17), सुहाना (14) और सरोगेसी से पैदा हुए अबराम (1 साल से कम) हैं। रविवार को मुंबई के किडजानिया में मुनाकिद फादर्स डे फेस्टिवल के मौके पर पहुंचे नामानिगारो से कहा कि “मैं उन्हें सेहतमंद और खुश देखना चाहूंगा।

उनकी जो खाहिंश हो करें। उन्हें वह सब करना चाहिए, जिससे वे खुश और सेहतमंद रहें। मैं अपने बच्चों से कभी नहीं कहूंगा कि वे अदाकार या इंजीनियर ही बनें। उनकी जो खाहिंश है करें।” वे इस बात से खुश हैं कि उनके बच्चे एक बेहतर इंसान की शक्ल में आगे बढ़ रहे हैं। “मेरे किसी भी बच्चे में मेरी आदत नहीं है।

वे अच्छे बच्चे हैं। सुहाना, अबराम और मुझमें एक ही बराबरी है कि हम सब के गालों में डिंपल हैं।” वे कहते हैं, “वे मुझसे कहीं बेहतर इंसान हैं।”