इस्लामिक स्कॉलर जाकिर नाईक ने एक ख़त लिखकर उनके और उनके संघठनो के खिलाफ हो रही जाँच को साजिश बताया और इस तरह की हरकतों को पुरे भारतीय मुस्लिमो पे हमला बताया .
अपने इस ओपन लेटर में जाकिर नाइक ने इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर बैन केवल उनके लिए नहीं बल्कि भारत के 20 करोड़ मुसलमानों के खिलाफ अन्याय है. सरकार के इस कदम को नाइक ने शांति, लोकतंत्र व न्याय पर हमला करार दिया है. नाइक ने कहा कि उनके संगठन पर प्रतिबंध वाला कदम मुख्यधारा से कटे हर तत्व को अपने मनमुताबिक कदम उठाने को प्रेरित करेगा.
खुद को मुसलमानों के बीच सबसे बड़ा और लोकप्रिय व्यक्ति बताते हुए नाइक ने लिखा है कि अगर आप मुस्लिम समुदाय के ‘इस’ शख्स को नीचा दिखाएंगे
और उसे शैतान के रूप में पेश करेंगे तो बाकी सब बिल्कुल आसान हो जाएगा. इसलिए जो भी हो रहा है वह एक साजिश है, और इसको करने की कोई वजह नहीं दिख रही.