मेरे मकतूब पर बरवक़्त तवज्जा नहीं दी गई: हनुमंत राव‌

हैदराबाद 21 जनवरी: मर्कज़ी वज़ीर फ़रोग़ इन्सानी वसाइल स्म्रती ईरानी की तरफ् से रोहित की ख़ुदकुशी पर कांग्रेस को निशाना बनाते हुए हनुमंत राव‌ का मकतूब पेश किए जाने के चंद घंटों बाद सीनीयर कांग्रेस लीडर ने जवाबी वार करते हुए कहा कि अगर वज़ारत फ़रोग़ इन्सानी वसाइल उनके मकतूब पर बरवक़्त कार्रवाई करती तो दलित तालिबे इल्म अपनी जान नहीं गँवाता।

राज्य सभा रुकने पार्लियामेंट पी हनुमंत राव‌ ने कहा कि उन्होंने नवंबर 2014 में ये मकतूब लिखा था लेकिन अब तक उसे कोई एहमीयत नहीं दी गई। स्म्रती ईरानी को मेरा मकतूब उस वक़्त याद आया जब मर्कज़ी वज़ीर बंडारू दत्तात्रेय ने भी उन्हें एक मकतूब रवाना किया। अगर हुकूमत बरवक़्त कार्रवाई करती तो शायद सूरत-ए-हाल कुछ और होती।