मेरे लिए तीर्थ है नेपाल, यहाँ आकर बहुत खुश हूँ: प्रणब मुखर्जी

काठमांडू: नेपाल की यात्रा को ‘‘तीर्थयात्रा’’ बताते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारत और नेपाल के लोगों के लिए पशुपतिनाथ मंदिर, वाराणसी और रामेश्वरम के महत्व बयां’ करते हुए दोनों देशों के बीच पुराने सांस्कृतिक संबंधों का उल्लेख किया।

नेपाल पहुंचे प्रणब मुख़र्जी का वहां तहेदिल से स्वागत किया गया और काठमांडो के नगर निगम प्रमुख रूद्रसिंह तमांग ने उन्हें शहर की चाबी सौंप दी। मुखर्जी का कहना है कि काठमांडू न केवल नेपाल की राजनीतिक राजधानी बल्कि वहां के लोगों के लिए एक आध्यात्मिक केंद् है।
मुझे बहुत ख़ुशी मिली है की मैं इस धरती पर फिर से आया हूँ। पिछली बार की मेरी यात्रा और इस बार की यात्रा में मैं महसूस कर रहा हूँ की काठमांडू में काफी विस्तार आया है।

मैं काठमांडू मेट्रोपॉलिटन शहर कार्यालय को इसके लिए बधाई देता हूं। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ सहित मौजूद अन्य लोगों को संबोधित करते हुए मुखर्जी ने कहा कि मेरी नेपाल यात्रा मेरे लिए किसी तीर्थयात्रा से कम नहीं है। इसके साथ ही ये भारत-नेपाल के बीच यह दोनों देशों के बीच अधिक समझ और सहयोग को बढ़ाने के लिए दोस्ती का एक मिशन है।जहाँ भारत के लोग पशुपतिनाथ और मुक्तिनाथ के मंदिरों के दर्शन के लिए नेपाल की यात्रा करते हैं। वहीँ नेपाल के लोग भी वाराणसी और रामेश्वरम की यात्रा करते हैं।