मेरे शौहर को माफ कर दो, फांसी मत दो : राहीना मेमन

नई दिल्ली: 1993 मुंबई बम धमाकों में फांसी की सजा पाए याकूब मेमन की शरीक ए हयात ने हुकूमत ए हिंद से याकूब की मौत की सजा को उम्रकैद में तब्दील करने की गुहार लगाई है. याकूब की शरीक ए हयात राहीना मेमन ने ज़ी मीडिया से बातचीत में कहा कि वह हुकूमत और अदलिया से याकूब के लिए नरमी बरतने की अपील करती है.

राहीना ने कहा कि 22 साल का वक्त काफी तवील यानी लंबा होता है हुकूमत ए हिंद को याकूब की फांसी की सजा को उम्रकैद में तब्दील कर देना चाहिए.

राहीना ने अपने शौहर को बेगुनाह बताया. उन्होंने कहा कि याकूब को किसी और के किए की सजा मिल रही है. राहीना ने कहा कि उन्हें अल्लाह और हिंदुस्तान की अदलिया पर पूरा भरोसा और यकीन है. अपने शौहर के लिए माफी की गुहार लगाते हुए उन्होंने कहा कि याकूब मेमन की तबियत खराब है. वह सीजोफेनिया की बीमारी से मुतास्सिर है. राहीना ने कहा कि उनकी बेटी जुबैदा ने अपने वालिद के साथ एक दिन भी नहीं गुजारा.

वहीं, याकूब मेमन की बेटी जुबैदा ने भी अपने वालिद को बेगुनाह बताते हुए उनकी फांसी की सजा को उम्रकैद में तब्दील करने की गुहार लगाई. जुबैदा ने कहा कि जब वह जेल में अपने वालिद से मिली तो उन्होंने उसे अपनी ज़िंदगी में तालीम को अहमियत देने के लिए कहा.

गौरतलब है कि याकूब मेमन को मुंबई में 12 मार्च 1993 में हुए बम धमाकों के लिए फांसी की सजा सुनाई गई है. इन धमाकों में 257 लोग मारे गये थे और 700 से ज़्यादा लोग ज़ख्मी हुए थे.