मेवे सस्ते ,प्याज़ महंगी !

प्याज़ ग़रीबों से दूर होगई है अमीरों के मेवे आम आदमी के दस्तरस में आगए हैं। प्याज़ की क़ीमत दिन बह दिन आसमान को छू रही है।

फ़ी किलो प्याज़ मार्किट में 45 ता 50 रुपये किलो फ़रोख़त होरही है। एक किलो प्याज़ की क़ीमत में दो किलो सेब मिल रहे है। रईतु बाज़ार और तर्कारीयों की मार्किट में प्याज़ और तरकारियां महंगी होगई हैं लेकिन वहीं पर मौसमी मेवे जात सस्ते दामों में मिल रहे हैं।

मौसमी मेवे जात जैसे सेब ,पपाई , अंगूर ,सपोटे ,ना सपत्ति मार्किट में भारी मिक़दार में मिल् रहे हैं। ठेला बंडियों पर इन दिनों सेब 5,10 ,12 और 15 रुपये में दस्तयाब है।

प्याज़ की क़ीमत पर क़ाबू पाने के लिए हुकूमत ने अब तक कोई क़दम नहीं उठाया। सीमा आंध्र में जारी एहतेजाज के बाइस तर्कारीयों की क़ीमतों में भी इज़ाफ़ा होरहा है।

हरी मिर्ची 100 ता 120 रुपये फ़ी किलो फ़रोख़त होरही है अलबत्ता टमाटर की क़ीमत कम देखी गई । फ़रुट मार्किट में मौसमी मेवे जात की कसीर मिक़दार की आमद से ये मेवे सस्ते होरहे हैं।

कुत्ता पेट मार्किट में मेवे के ठेका दारों का कहना हैके पिछ्ले साल सेब की क़ीमत सब से ज़्यादा थी एक सेब 40 रुपये में दस्तयाब होरहा था लेकिन आज की क़ीमत इस के बरअक्स है।

हिमाचल प्रदेश ,दिल्ली ,चन्दीगढ़ से सेब से लदे कई ट्रक फ़रुट मार्किट रोज़ाना पहुंच रहे हैं। चारमीनार इलाके और नयापुल पर मेवे फ़रोख़त करने वालों ने मेवाजात की क़ीमतों में कमी के रुजहान को मुसबत क़रार देते हुए उसे ग़रीब अवाम के लिए बेहतर मेवा क़रार दे रहे हैं।

पपाई की क़ीमत रीटेल मार्किट में 25 रुपये फ़ी किलो है जबकि काले अंगूर 30 रुपये किलो ,चार अदद मौसंबी 10 रुपये में दस्तयाब है।
जामबाग़ के एक ब्योपारी ने बताया कि कोता पेट मार्किट से हासिल करदा मेवे जात शहर में फैलाए जाते हैं मुक़ामी ताजिरान दोनों मौसमी मेवे जात सस्ते दामों में दस्तयाब होने के बाइस अवाम को सस्ते दामों में फ़रोख़त कररहे हैं ।100 मौसंबी का बॉक्स 250 रुपये में फ़रोख़त किया जा रहा है।