सुप्रीम कोर्ट से जुमे के रोज़ कांग्रेस एमपी व साबिक वज़ीर (कानून) शशि थरूर की बीवी सुनंदा पुष्कर की होटल के कमरे में हुई पुर असरार मौत के मामले की जांच की मांग की गई है।
अदालत से सीबीआई या एनआईए को जांच करने की हिदायत जारी करने और कोर्ट की ओर से निगरानी करने की मांग की गई है।
सुप्रीम कोर्ट में इस मसले पर वकील राजारमन की ओर से दरखास्त उस वक्त दायर की गई। जबकि इस मामले में एम्स के डाक्टर सुधीर गुप्ता के एक बयान के बाद नया तनाज़ा खड़ा हो गया। जो सुनंदा की लाश के पोस्टमार्टम करने वाली टीम की कियादत कर रहे थे।
हाल ही में सुधीर गुप्ता ने कहा कि जिस वक्त उन्होंने रिपोर्ट तैयार की वह दबाव में थे और उनपर रिपोर्ट बदलने का दबाव डाला गया। उनके मुताबिक 52 साला सुनंदा को जुनूबी दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में 17 जनवरी की रात को मुर्दा पाया गया था। जबकि इससे ठीक एक दिन पहले उनकी ट्विटर पर पाकिस्तानी सहाफी मेहर तरार से नोकझोंक हुई थी। जिसकी वजह मुबय्यना तौर पर उनके शौहर थरूर से पाकिस्तानी सहाफी का लव अफेयर था।
सुप्रीम कोर्ट से वकील ने पुर असरार मौत के मामले की जांच सीबीआई या एनआईए को सौंपने की मांग करते हुए कहा है कि इस मौत की वजह काफी संगीन हो सकती है, क्योंकि पाकिस्तानी सहाफी मुबय्यना तौर पर आईएसआई एजेंट है और ऐसे में उससे तकरार से ठीक एक दिन बाद सुनंदा की पुर असरार तरीके से मौत हो गई। साथ ही वकील ने कोर्ट को ऐसे मामलों में आवाज उठाने वालों को सेक्युरिटी दिए जाने की मांग भी की है।