मैंने नितीश कुमार से बहुत कुछ सीखा : इमरान ख़ान

नई दिल्ली, १४ सितंबर ( एजेंसी) चीफ़ मिनिस्टर बिहार नितीश कुमार की मक़बूलियत ना सिर्फ हिंदूस्तान में बढ़ती जा रही है बल्कि इस ने सरहदों को भी उबूर (पार) कर लिया है वैसे तो नितीश कुमार की तारीफ़-ओ-सताइश करने वालों की कोई कमी नहीं है लेकिन पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में इन की ख़ूबीयों-ओ-सलाहीयतों की सताइश करने वाली एक ऐसी शख़्सियत आगे आई है जिस का आलमी सतह ( विश्व स्तर) पर एहतिराम किया जाना है ।

ये शख़्सियत क्रिकेटर से सियासतदां बनने वाले इमरान ख़ान की है । इमरान नितीश कुमार से काफ़ी मुतास्सिर (प्रभावित) हैं इंतिख़ाबात ( चुनाव) होने पर पाकिस्तान के ओहदा वज़ारत अज़मी पर फ़ाइज़ होने के ख़ाहां इमरान का कहना है कि उन्होंने चीफ़ मिनिस्टर बिहार से बहुत कुछ सीखा है दिलचस्पी की बात ये है कि इमरान ख़ान को जहां पाकिस्तान के ओहदा वज़ारत अज़मी पर फ़ाइज़ होने की उम्मीद है वहीं हिंदूस्तान में 2014 के होने वाले इंतिख़ाबात में नितीश वज़ीर-ए-आज़म के ओहदा के अहम दावेदारों में शामिल हैं ।

एन डी टी वी इंग्लिश को इंटरव्यू देते हुए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ के सरबराह इमरान ने कहा कि वो नितीश कुमार के सयासी कैरीयर का बहुत गहराई से जायज़ा लेते रहे हैं और अब उन के सयासी मंत्र को अपना रहे हैं । इमरान के मुताबिक़ वो बिहार में नितीश कुमार के तरक़्क़ीयाती इक़दामात के बारे में पढ़ते रहे हैं और उन की कामयाबी का राज़ बेहतर हुक्मरानी सरमाया कारी-ओ-ख़ुशहाली के लिए साज़गार माहौल पैदा करना है ।

तरक़्क़ी-ओ-ख़ुशहाली के ज़रीया ही अवाम को ख़ुश रखा जा सकता है । पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ के सरबराह ने अफ़सोस के साथ ये कहा कि पाकिस्तान में अब जो लोग हुकमरान बन बैठे हैं वो सलाहीयतों से आरी (बिना सलाहियत वाले ) हैं और पाकिस्तानी तारीख़ की ये सब से बदतरीन हुकूमत है जिस के नतीजा में आज पाकिस्तान लाक़ानूनीयत दहशतगर्दी और हर किस्म की बुराईयों का शिकार है ।

उन्होंने कहा कि मुल्क में बेहतर हुक्मरानी के लिए वो सियासत में दाख़िल हुए हैं । 1997 में जब उन्होंने अपनी सयासी जमात पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ क़ायम की थी इस का मक़सद ही रिश्वतखोरी और बदउनवानीयों (भ्रष्टाचार) के ख़िलाफ़ जद्द-ओ-जहद और बेहतर हुक्मरानी का क़ियाम था और वो इस मक़सद को थामे हुए हैं वो चाहते हैं कि पाकिस्तान से बदउनवानीयों (भ्रष्टाचार) को जड़ से उखाड़ फेंके । इमरान ने कहा कि हाल ही में इन की पार्टी ने अपना मआशी ( आर्थिक) एजंडा मंज़रे आम पर लाया है ।