मैं कश्मीरी हूं : राहुल गांधी

श्रीनगर, 26 सितंबर: कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि वह एक कश्मीरी हैं और कश्मीरियों का दुख और दर्द उनका अपना दुख-दर्द है। युवाओं को राजनीति से जोड़ने के अपने मिशन को आगे बढ़ाते हुए राहुल दो दिनों के दौरे पर कश्मीर पहुंचे हैं। कश्मीर विश्वविद्यालय में राहुल ने छात्रों से बातचीत की और उनके सवालों के जवाब भी दिए।

उन्होंने कहा, ‘मैं यहां कोई राजनीतिक भाषण देने नहीं आया हूं। मैं यह सीखने और समझने आया हूं कि कैसे मैं आप सभी की मदद कर सकता हूं।’

राहुल ने कहा, ‘जब मैं 14 साल का था तभी मेरी दादी की हत्या कर दी गई थी और जब मैं 21 का हुआ तो पिताजी को मार दिया गया। दुख-दर्द को मैं नहीं समझ सकता, ऐसा नहीं है।’

सवाल जवाब के क्रम में एक छात्र ने राहुल से पूछा, ‘जब मैं पांच साल का था तो मैंने अपने पिता को गंवा दिया। आप यदि खुद को कश्मीरी कहते हैं तो आप हमारे लिए क्यों नहीं कुछ करते। देश के अन्य हिस्सों में जहां हम पढ़ने के लिए जाते हैं, वहां कश्मीरी छात्रों को प्रताड़ित होना पड़ता है। बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है और पेशेवरों व शिक्षित लोगों के लिए विकल्प नहीं है।’

राहुल ने हंसते हुए जवाब दिया और कहा, ‘मैं वैसा नहीं हूं जो उन बातों को भूल जाऊं जो आपने कही है। मैं यह सुनिश्चित करने का प्रयत्न करूंगा कि बड़े कॉर्पोरेट घराने यहां आएं और आईटी व अन्य क्षेत्रों में रोजगार पैदा हो।’

उन्होंने कहा, ‘एक या दो सालों बाद आपको अहसास होगा कि मैंने आपसे जो वादा किया है वह सच था। मैं कश्मीरी मूल का हूं और मैं उससे गहराई से जुड़ा हूं।’

राहुल ने कहा, ‘मैं देश भर में युवाओं से मिलता रहता हूं क्योंकि ये युवा ही हैं जो देश के भविष्य का नेतृत्व करेंगे।’

राहुल ने इससे पहले लद्दाख क्षेत्र के कारगिल शहर में लोगों को संबोधित किया। वह हजरत बल दरगाह भी गए।