मैं तो फकीर आदमी हूं: मोदी

मुरादाबाद 04 दिसंबर: नोटों को रद्द करने के फैसले पर विपक्ष के केंद्र सरकार संसद से सड़क तक किए जा रहे जबरदस्त घेराव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर बड़े नोटों के चलन को बंद किए जाने के फैसले को किसान, गरीब और देश के हित में करार दया।

मोदी ने यहां भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए कहा, “पाइ पाइ पर सवा सौ करोड़ देशवासियों का अधिकार है। हम तो फकीर आदमी हैं। बैग लेकर चल देंगे। इस फ़कीरी ने हमें गरीबी से लड़ने की शक्ति दी है। उन्होंने “जनधन खाते रखने वालों से कहा कि वे अपने बैंक खाते से पैसे न निकालें। उनके खाते में जिन लोगों ने अपना पैसा जमा कराया है वह जेल जाएंगे। यह पैसा गरीबों को मिलेगा।

दिन रात इसी में मन लगा रहा हूँ भ्रष्टाचार ने सबसे ज्यादा नुकसान गरीबों का है लेकिन सरकार के इस कदम से अमीर गरीब के घर लाइन लगाने पर मजबूर है, पैर पकड़ रहा है कि मेरे पैसे अपने खाते में जमा कर लो। “प्रधानमंत्री ने कहा,” जन धन खाते वाले भयभीत न हों। देखिए वह अपने घर के चक्कर लगाएगा।

उनके खाते में पैसा लगाने वाले अमीर अगर उन पर अधिक दबाव डालें तो उनसे कह देना कि अधिक दादागरी दिखाओ डाले तो मोदी को पत्र लिख दूंगा। उन्होंने कहा घोषणा करके हिसाब देने वाली पहली सरकार आज अपने कदमों में बैठी है सरकार पाइ पाइ, पल पल का हिसाब दे रही है। सवा सौ करोड़ जनता जनार्दन हमारी हाईकमान नेता है। जो कुछ तुम लोग है।

मोदी ने कहा कि जो काम 70 साल में नहीं हुआ परेशानी तो होगी। चैलेंस थे, बाधाओं थीं इरादे गांव में भी खोट थी। सामान्य आदमी बेईमानी नहीं चाहता लेकिन स्कूल वाला जब ‘ऑफिशियल’ पांच सौ रुपये लेता है और उनके आधिकारिक ’75 हजार मांगता है तो मध्यम कुम्ब मजबूरन बेईमानी करने लगता है। नोटों को रद्द आम आदमी को हो रही परेशानियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूँ कि धूप, ठंड और सभी परेशानियां झेलते हुए आप कतार में खड़े रहे। सब कुछ सहा है। मैं आप लोगों की मेहनत को बेकार नहीं जाने दूंगा।