मैं ब्राह्मण हूं, इसलिए मुझे खारिज नहीं किया गया: देवेंद्र फडणवीस

मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि भाजपा नेतृत्व ने उन्हें इस लिए खारिज नहीं किया क्योंकि वे ब्राह्मण हैं। अपनी सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर पत्रकारों से एक अनौपचारिक बातचीत में फडणवीस कहा कि मैं महाराष्ट्र के इतिहास में दूसरा ब्राह्मण मुख्यमंत्री हूं। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि महाराष्ट्र में मराठा जाति अशांति फैला रहा है। उन्होंने कहा कि क्योंकि मैं एक ब्राह्मन हूं इसलिए मुझे नहीं लगता कि मराठाओं का मेरे प्रति कोई असंतोष है।

महाराष्ट्र के पहले ब्राह्मण मुख्यमंत्री शिवसेना के मनोहर जोशी (1995-1999) थे, जो मराठा नेता नारायण राणे के जगह पर मुख्यमंत्री बने थें। फडणवीस ने कहा कि उनके पूरे कार्यकाल में न तो ग़लत फैसला हुआ है और नहीं पांच साल तक ऐसा होने वाला है। मिंट अखबार से बातचीत में उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि किसी को जाति युद्ध की ज़रूरत है। मराठों का विरोध जायज है। पर उनकी कुछ शिकायत आवश्यकता से अधिक है। हम उन में से कुछ पर गौर कर रहे है। उन्होंने कहा कि हम मराठा आरक्षण को लेकर कोई कानूनी रास्ता तलाश रहे हैं और यह भी कोशिश कर रहे हैं कि कैसे मराठा युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए जाएं ताकि आरक्षण की ज़रूरत को कम किया जा सके।

उन्होंने कहा कि यहां मराठा लामबंदी को देखते हुए दलितों के बीच असुरक्षा की भावना बढ़ रहा है, लेकिन हमने उन्हें आश्वस्त किया। मैंने कोपार्डी अपराध की भी भ्रत्सना किया और मराठा आरक्षण को समर्थन किया। उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से हो रहे हैं। कोई नहीं कह सकता है कि यहां कोई जाति युद्ध जैसी स्थिति है।