मैं वो ह‌िंदू नहीं, जो मुसलमानों को मारे’

गोवा के वज़ीर ए आला मनोहर पर्र‌िकर ने एक इंटरव्यू में कहा कि मैं “वो ह‌िंदू नहीं जो तलवार न‌िकालकर मुसलमानों को मारने लगे।”

अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स को द‌िए इंटरव्यू में गोवा के भाजपाई वज़ीर ए आला ने कई बातों को लेकर साफगोई से जवाब द‌िए। उन्होंने इंटरव्यू के दौरान खुद को परफेक्ट ह‌िंदू बताया। उन्होंने कहा क‌ि वो शिद्दत पसंद कौमी ह‌िंदू नहीं है।

मुल्क के कल्चर पर बात करते हुए 57 साला मनोहर पर्र‌िकर ने कहा ‌क‌ि गोवा में बसने वाले कैथोल‌िक ईसाई शकाफती तौर पर ह‌िंदू ही हैं। इसी हवाले में हिंदुस्तान भी एक ह‌िंदू मुल्क है।

ह‌िंदुत्व की तशरीह देते हुए पर्र‌िकर ने कहा क‌ि ह‌िंदू को एक मज़हब नहीं बल्कि मुश्तर्का तहज़ीब के तौर पर देखा जाना चाह‌िए। इस कल्चर में सारे मज़हब आते हैं। मेरे ल‌िए ह‌िंदू एक मज़हब से ज्यादा कल्चर।

इंटरव्यू के दौरान पर्र‌िकर ने कहा कि मज़हब बेहद ही न‌िजी मामला है और मेरे हुकूमत चलाने से इसका कोई नाता नहीं है। वह एक परफेक्ट ‌ह‌िंदू हैं।

अपने इंटरव्यू के दौरान मनोहर पार्र‌िकर बोले क‌ि हमला करना कभी ह‌िंदू का काम नहीं है। जो सच्चा ह‌िंदू होगा, वो क‌िसी पर हमला नहीं करेगा। ह‌िंदू कभी पहले हथ‌ियार नहीं उठाते हैं, स‌िर्फ अपनी हिफाज़त में ही हथ‌ियार उठाते हैं। हमारी तारीख भी यही बताती है।

गुजरात दंगों पर मोदी के माफी मांगने के सवाल पर मनोहर पर्र‌िकर ने कहा ‌क‌ि आप क‌िसी एक आदमी पर इसकी सारी ज‌िम्मेदारी नहीं डाल सकते हैं।

जो हुआ वो बद्किस्मती था, वह नहीं होना चाह‌िए था। गुजरात दंगों के पीछे कई वजुहात थे। साबरमत‌ी एक्सप्रेस पर हुए हमले की वजह से लोग भड़के। ये हादिसा नहीं होना चाह‌िए था, अगर ऐसा नहीं होता तो ये पूरा वाकिया भी नहीं होता।

——–बशुक्रिया: अमर उजाला