मैक्सवेल हिन्दुस्तानी स्पिनरस के ख़िलाफ़ हिक्मत-ए-अमली में मसरूफ़

2 फरव‌री हिन्दुस्तान के ख़िलाफ़ टेस्ट केरिय‌र के आग़ाज़ के लिए पुराज़म ऑस्ट्रेलियाई ऑल राउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने पहले ही दौरा हिन्द के मौक़ा पर मेज़बान स्पिनरस के ख़िलाफ़ अपने मंसूबों को अमली जामा पहनाना शुरू कर दिया है। मैक्सवेल को दौरा हिन्द के लिए 17 रुकनी ऑस्ट्रेलियाई टीम में शामिल किया गया है

इस उभरते ऑल राउंडर ने वैस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ गुजिश्ता रोज़ मुनाक़िदा पहले वनडे में 35 गेंदों में 51 रंस‌ की इनिंगज़ खेली है जिस में उन्होंने 9 चौके और 2 छक्के लगाए और इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने वैस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ वाक़ा ग्रांऊड पर 9 विकटों की कामयाबी हासिल करली है।

दौरा हिन्द पर इख़तियार की जाने वाली हिक्मत-ए-अमली में मसरूफ़ मैक्सवेल ने इस ज़िमन में इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए कहा कि वो ख़ुद को इस लिए भी ख़ुशकिसमत ख्याल‌ करते हैं कि उन्होंने 2010 -ए-में सैंटर आफ़ एक्सलन्स के ट्रेनिंग कैंप में शिरकत के अलावा आई पी एल 2012 -ए-में दिल्ली डियर डेविल्स की नुमाइंदगी की थी और हिन्दुस्तान में क्रिकेट खेलने का उन्हें मुख़्तसर तजुर्बा भी हासिल है।

मैक्सवेल ने मज़ीद कहा कि हिन्दुस्तान के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में उन्हें मौक़ा मिला तो वो अपनी सलाहीयतों को मनवाएं गे क्योंकि वो जानते हैं कि हिन्दुस्तान की विकटें स्पिनरस के लिए साज़गार रहती हैं जहां बोलर को खुल कर मुज़ाहरा के मवाक़े दस्तयाब रहते हैं क्योंकि हिन्दुस्तान की विकटों पर तेज़ गेंद फेंकने से स्पिन्नर को फ़ायदा होता है।

इस के बरअक्स ऑस्ट्रेलिया में स्पिनरस के लिए तजुर्बात के ज़्यादा मवाक़े नहीं रहते क्योंकि यहां की विकटें स्पिनरस को ज़्यादा कुछ करने की इजाज़त नहीं देतीं बल्कि बोलर्स को अपनी लाईन ऐंड लैंथ पर काफ़ी तवज्जो मर्कूज़ करनी पड़ती है। बौलिंग के अलावा मैक्सवेल हिन्दुस्तानी स्पिनरस के ख़िलाफ़ जारिहाना बैटिंग के मंसूबे के साथ दौरा-हिन्द पर अपनी सलाहियतों को मनवाने की उमीद‌ हैं।